कानपूर के जनरलगंज में जगन्नाथ रथयात्रा निकालने से पहले साउंड सिस्टम हटाने की बात को लेकर बवाल मच गया। जगन्नाथ रथयात्रा के आयोजकों ने जमकर पुलिस से नोकझोक की और दिन भर धरना प्रदर्शन पर रहे। इसी दौरान बादशाहीनाका के चौकी प्रभारी ने पनकी के महंत जितेंद्र दास और महंत कृष्ण दास से अभद्र तरीके से बात की जिसके बाद मोहाल और बिगड़ गया। आयोजकों द्वारा आस पास की सारी दुकाने बंद करवा दी गयी , रास्ते बंद करके हनुमान चालीसा पढ़ा गया और चौकी प्रभारी पर कार्यवाही करने की मांग की। मोहाल को ख़राब होता देख उत्तर प्रदेश शासन ने बादशाहीनाका थाना के चौकी प्रभारी राजीव कुमार सिंह को निलंबित कर दिया। करीब साढ़े नौ घंटे बाद जाकर मामला शांत हुआ जिसके बाद एकत्र हुए श्रद्धालुओं द्वारा यात्रा निकाली गयी।

जनरलगंज में स्थित जगन्नाथ महराजा मंदिर से पिछले 210 वर्षो से हर साल जगन्नाथ यात्रा निकाली जाती है जिसमे कुल 40 मंडलो का सहयोग होता है।
रथयात्रा प्रबंधन कमेटी के महामंत्री विवेक अग्निहोत्री के मुताबिक, 11 बजे बादशाहीनाका थाना प्रभारी राजीव कुमार आए और केवल दो स्पीकर लगाने की बात कही। उन्होंने अन्य साउंड सिस्टम हटाने के निर्देश दिए। उन लोगों ने कहा कि अधिकारियों से बात हो गई है, साउंड सिस्टम से शोर नहीं होगा इसी दौरान पनकी के महंत जितेंद्र दास और महंत कृष्ण दास भी वह पहुंचे महंतो के विरोध करने पर चौकी प्रभारी राजीव कुमार सिंह ने उनसे अभद्र तरीके से बात की जिसके बाद की जिससे बात बिगड़ गयी और महंत ने आत्मदाह की घोषणा कर दी।

एसीपी कलक्टरगंज आशुतोष सिंह, एसीपी कोतवाली आशुतोष कुमार कई थानों की फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। एमएलसी सलिल विश्नोई और विधायक अमिताभ बाजपेई की अफसरों से बहस हो गई। सांसद रमेश अवस्थी ने फोन पर आयोजकों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। बात तब जाकर शांत हुई जब एसीपी कलक्टरगंज आशुतोष सिंह ने बताया कि थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है। बवाल की आशंका पर एक कंपनी पीएसी तैनात कर दी गई है।