प्रतीकात्मक चित्र।
लखनऊ। मार्च 2024 में ये खबर चर्चा में रही, ‘यूपी के महराजगंज जिले में हुए एक सामूहिक विवाह समारोह में भाई बहन की शादी करा दी गई।’ खबर जब अधिकारियों तक पहुंची तो हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने यह कहकर बात को आया राम, गया राम कर दिया की जो दोषी होगी, उस पर कार्रवाई की जाएगी।
लेकिन अब फिर से मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना के अंतर्गत एक ओर मामला सामने आया है, लेकिन ये मामला पहले की तरह नहीं है बल्कि अब ये भ्रष्टाचार से जुड़ गया है। दरअसल, समाज कल्याण विभाग के द्वारा कराए गए सामूहिक विवाह कार्यक्रम में लाभार्थियों को डिनर सेट कम वजन का दिया गया।
इसमें दावा किया गया है कि डिनर सेट आठ किग्रा के वजन का होना चाहिए था लेकिन जांच में पाया गया कि उसका वजन साढ़े चार किग्रा निकला है। सीडीओ ने इस मामले में समाज कल्याण विभाग को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। ये रिपोर्ट जिला स्तरीय परीक्षण समिति ने मुख्य विकास अधिकारी को सौंपी है। जिसके बाद आपूर्तिकर्ता को नोटिस भी जारी किया गया है।
भ्रष्टाचार का ये मामला, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के अंतर्गत चंदौसी, संभल और गुन्नौर के अलावा बहजोई में हुए विवाह कार्यक्रम का है। जिसके अंतर्गत 35 हजार रुपए का चेक प्रदान किया जाता है और 10 हजार रुपए की सामग्री जिसमें डिनर सेट और अन्य घरेलू सामग्री होती है, जबकि छह हजार रूपये की धनराशि विवाह कार्यक्रम संपन्न करने के लिए प्रत्येक जोड़े पर खर्च की जाती है।
तो वहीं, मीडिया से बात करते हुए संभल के मुख्य विकास अधिकारी भरत कुमार मिश्रा का कहना है कि करीब 400 लाभार्थियों को जो डिनर सेट प्रदान किया गया है, उसका वजन मानक के अनुरूप नहीं पाया गया है। इसकी रिपोर्ट परीक्षण समिति की ओर से प्राप्त हुई है। इस संबंध में समाज कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि कटौती करते हुए भुगतान किया जाए।