वक्फ बिल को लेकर सड़क से सदन तक चारों तरफ चर्चाएं हो रही हैं कोई इसके पक्ष में बात कर रहा तो कोई इसके विपक्ष में लेकिन हम आपको बताएंगे कि इस पूरे बिल को लेकर उन पांच बड़े मुस्लिम चेहरों की क्या राय है जो अपने-अपने क्षेत्र में विशेष ख्याति रखते हैं

वर्तमान में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान (Arif Mohammad Khan) ने इस बिल का समर्थन किया और कहा की वक्फ की संपत्तियां अल्लाह की संपत्ति हैं इसका उपयोग गरीब और जरूरतमंद लोगों के हितो में होना चाहिए। AIMJ (ऑल इंडिया मुस्लिम जमात) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन (Shahabuddin Razvi) नें इस विधेयक को गरीब व असहाय मुसलमानो के हित में बताया और कहा कि इससे धार्मिक स्थलों को कोई खतरा नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि इस बिल के विरोध की आड़ में अपनी राजनीतिक रोटी सेकने वाले लोगों से भी मुसलमानो को सतर्क रहना चाहिए।

बीजेपी नेता मोहसिन रजा (Mohsin Raza) ने कहा कई ऐसे नेता है जिनके पास वक्फ की अकूत संपत्ति है। सपा कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा इन्ही सरकारों मे वक्फ और मुसलमानो की जमीन छीनी गईं।

भाजपा सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद (Danish Azad Ansari) नें कहां की इस पूरे विधेयक से अवैध कब्जदारों को ही समस्या हो रही है इस बिल से अल्पसंख्यकों का कल्याण होगा। बॉलीवुड सितारों व सरकार पर हमेशा हमला करने वाले कमाल राशिद खान ने भी इस बिल का समर्थन किया है और ट्वीट करते हुए लिखा है कि
वक्फबोर्ड ने मेरे या मेरे किसी दोस्त या मेरे किसी रिश्तेदार या मेरे पूरे गांव या इलाके के किसी भी व्यक्ति के लिए क्या किया है? कुछ भी नहीं। वक्फ बोर्ड कुछ भ्रष्ट मुसलमानों के लिए अपनी रसोई चलाने का एक संगठन है। इन सभी के बयानों की भी खूब चर्चा हो रही है। जहाँ एक तरफ पूरा विपक्ष इस विधेयक को मुसलमानो के विरोध में बता रहा तो वही दूसरी तरफ यह सभी लोग इस बिल को जरूरतमंद मुसलमान के हित वाला बता रहे है।