लखनऊ मे बीतें दिनों हुई ठेकेदार उमाशंकर सिंह की निर्मम हत्या के मामले मे पुलिस ने उसके पार्टनर समेत 4 लोगो को गिरफ्तार किया है पुलिस का दावा है कि शराब पार्टी के दौरान उमाशंकर के घर मे ही संजय कुमार चौहान और कवीनन्दन सिंह उर्फ़ छोटू ने उधारी की रकम ना लौटाने और अपमान का बदला लेने के लिए ठेकेदार उमाशंकर की बेरहमी से गला रेतकर हत्या कर दी थी उसके बाद फरार हो गए थे, इस घटना के लिए मृतक के पार्टनर ने अपने भाई,जीजा और उसके भाई के साथ मिलकर फुल प्रूफ प्लान बनाया और खुद सुल्तानपुर मे बैठकर उमाशंकर की लखनऊ मे हत्या करा दी
लखनऊ मे ठेकेदार उमाशंकर सिंह की हत्या के मामले मे पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से क़त्ल मे इस्तेमाल 2 चापड़,1 सूजा,2 रेन कोट, 1 काला गमछा और खून मे सना कुर्ता बरामद किया है,दरअसल मंगलवार यानी 24 जून को गुडम्बा इलाके के अर्जुन विहार मे किराए के मकान पर पहली मंज़िल पर रहने वाले उमाशंकर सिंह की लाश बंद कमरे मे बिस्तर पर मिली थी सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल कि तो देखा की क़ातिलो ने गर्दन को बुरी तरह से रेत दिया था और पेट पर भी कुछ वार किए थे और खून बहने के कारण उमाशंकर सिंह की मौत हो गयी थी….परिजनों ने उमाशंकर की महिला मित्र वैशाली समेत कई लोगो पर नामजद FIR कराई लेकिन जैसे-जैसे पुलिस की तफ्तीश आगे बढ़ी तो CCTV के माध्यम से ट्रेवल टैक्सी और उस टैक्सी से पुलिस क़ातिलो तक पहुँची… पुलिस को जानकारी मिली कि 2 शख्श ने टैक्सी को रेंट पर लिया था और दोस्त से मिलने की बात कहते हुए सवा घण्टे बाद वापस आ गए…. पुलिस ने सब संदिग्ध लोगो को हिरासत मे लेकर पूछताछ कि तो पता चला कि जिस शख्श को उमाशंकर सिंह ने ब्याज पर पैसे देकर व्यापार करने का सहारा दिया उसी ने उमाशंकर की हत्या की प्लानिंग अपने रिश्तेदारों के साथ रच डाली

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संजय ,शिवा ने एक वर्ष पहले उमाशंकर से लिए थे 60 लाख
पूर्वी जोन के पुलिस उपायुक्त शशांक सिंह ने ये भी बताया कि कि पकड़े गए लोगो मे मास्टरमाइंड शिवा सिंह उर्फ़ शिवराम सिंह के साथ उसका भाई संजय कुमार चौहान और जीजा अभिनन्दन सिंह व उसका भाई कवीनन्दन सिंह उर्फ़ छोटू है… 23 तारीख़ की रात को संजय कुमार चौहान और कवीनन्दन सिंह उर्फ़ छोटू ठेकेदार उमाशंकर सिंह के कमरे पर पहुचे और वहां दारु कपीने के साथ मीट की पार्टी की इसी दौरान उमाशंकर सिंह ने संजय से पीठ दबाने और कवीनन्दन उर्फ़ छोटू से पैर दबाने के लिए कहा और फिर नशे मे हलकी नींद आने पर संजय ने चापड़ से उमशंकर का बेरहमी गला रेता और फिर उसकी हत्या कर उस कमरे का ताला बंद कर वहां से फरार हो गए….पुलिस उपायुक्त ने बताया कि हत्या के मकसद के पीछे ठोस कारण ये था कि मृतक उमाशंकर ने शिवा सिंह उर्फ़ शिवराम सिंह को 3 परसेंट ब्याज पर 60 लाख रूपये नासिक से प्याज का व्यापार करने के लिए दिए थे…ऐसे मे शिवा सिंह और उसका भाई संजय कुमार चौहान उसके दबाव मे थे यही नहीं दोनों लोगो को उमाशंकर पैसे के दबाव मे उन्हें अपना सेवक बनाकर रखा था कई बार उमाशंकर दोनों को सार्वजानिक मानसिक प्रताड़ना भी देता था जिससे दोनों भाई और ख़ासकर शिवा सिंह आहत था…. इसी कारण शिवा सिंह ने अपने भाई संजय और अपने जीजा अभिनन्दन सिंह व उसके भाई कविनंदन सिंह उर्फ़ छोटू के साथ मिलकर हत्या का प्लान बनाया और उसे अंजाम दें डाला…

बेइज्जती का बदला लेने को लेकर उमाशंकर की गई हत्या
पुलिस का मानना है कि हत्या का मुख्य कारण शिवा को सामाजिक स्तर पर बेज्जत या बदनाम करना बना है और उसके पीछे ये भी था कि ब्याज पर दिए गए 60 लाख रूपये को वापस भी नहीं करना पड़ेगा क्युकी उमाशंकर ने उनको दिए ब्याज के पैसे देने के बदले दोनों की सुल्तानपुर ज़िलें मे 12 बीघा ज़मीन का एग्रीमेंट भी करा रखा था… ऐसे मे उन्हें ये भी डर था कि उमाशंकर उस ज़मीन को कभी भी कब्ज़ा कर उसे बेच सकता है….