नरेश अग्रवाल के बयान पर सांसद जय प्रकाश का जवाब, बोले सीट अनारक्षित हुई तो भी भाजपा के टिकट पर लड़ूंगा चुनाव

हरदोई। पूर्व सांसद और भाजपा नेता नरेश अग्रवाल के उस बयान के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है, जिसमें उन्होंने लोकसभा सीट अनारक्षित होने की स्थिति में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की बात कही थी। इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए हरदोई से सांसद जय प्रकाश ने साफ शब्दों में कहा है कि आगामी परिसीमन के बाद अगर हरदोई लोकसभा सीट सामान्य भी हो जाती है, तब भी वह भाजपा के ही टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने इसे अपने लिए सौभाग्य बताया और कहा कि सीट के आरक्षण में बदलाव से उनकी राजनीतिक प्रतिबद्धता और चुनाव लड़ने के फैसले पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

सांसद जय प्रकाश ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपने राजनीतिक और पारिवारिक बैकग्राउंड का हवाला देते हुए कहा कि उनके परिवार का सामान्य सीटों से चुनाव लड़ने का लंबा अनुभव रहा है। उन्होंने बताया कि उनके पिता जगन्नाथ प्रसाद लखीमपुर खीरी की एक विधानसभा सीट से लगातार छह बार विधायक रहे थे और वह सीट भी सामान्य श्रेणी की थी। इसी तरह उनकी पत्नी ज्योती रावत उन्नाव की जिला पंचायत अध्यक्ष दो बार निर्वाचित हुईं और दोनों ही बार उन्होंने अनारक्षित सीट से जीत दर्ज की। जय प्रकाश ने कहा कि उनका परिवार हमेशा जनता के भरोसे पर राजनीति करता आया है, न कि आरक्षण के सहारे।

जय प्रकाश ने यह भी स्पष्ट किया कि परिसीमन और आरक्षण में बदलाव की स्थिति में वह अपनी परंपरागत लोकसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के समर्पित, निष्ठावान और जुझारू कार्यकर्ताओं की ताकत के दम पर वह न केवल चुनाव लड़ेंगे बल्कि जीत भी दर्ज करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी संगठन और कार्यकर्ताओं का सहयोग उनकी सबसे बड़ी पूंजी है।

गौरतलब है कि नरेश अग्रवाल के बयान के बाद हरदोई की राजनीति में चर्चाओं का बाजार गर्म है। परिसीमन और आरक्षण को लेकर पहले से ही अटकलें तेज हैं और नेताओं के बयान आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर संभावित समीकरणों की ओर इशारा कर रहे हैं। जय प्रकाश के इस बयान को क्षेत्रीय राजनीति में अपनी दावेदारी मजबूत करने और पार्टी के भीतर संदेश देने के तौर पर भी देखा जा रहा है।

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