नए साल के मौके पर काशी, अयोध्या, वृंदावन और मथुरा में श्रद्धालुओं का भारी सैलाब उमड़ पड़ा है। सभी पवित्र स्थलों पर हालात महाकुंभ जैसे बन गए हैं और दर्शन के लिए लंबी कतारें लगी हैं। गलियों और रास्तों में जगह कम पड़ गई है और सुरक्षा के लिए प्रशासन ने विशेष प्रबंध किए हैं।
काशी में बाबा विश्वनाथ मंदिर के लिए भक्तों की कतार लगभग 3 किलोमीटर लंबी हो गई है। दर्शन का समय बहुत सीमित है, भक्तों को केवल 10 सेकेंड से भी कम समय दिया जा रहा है। मंदिर प्रबंधन ने भीड़ नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग और अलग-अलग मार्गों का इंतजाम किया है। गंगा घाट और मंदिर तक जाने वाले मार्गों पर पुलिस ड्रोन कैमरों से निगरानी कर रही है और भीड़ बढ़ने पर श्रद्धालुओं को विकल्पी मार्गों से डायवर्ट किया जाएगा।
अयोध्या में रामलला और हनुमानगढ़ी के आसपास मंगलवार को डेढ़ लाख श्रद्धालु मौजूद रहे। वीआईपी पास पूरी तरह फुल हो चुके हैं और पैदल मार्ग भी अत्यधिक भीड़भाड़ वाला है। प्रशासन ने सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेडिंग और विशेष बल तैनात किए हैं।

वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर ने श्रद्धालुओं से 5 जनवरी तक आने से बचने की अपील की है। गलियों और सड़क मार्गों में जगह नहीं बची है। गिरिराज, नंदगांव और बरसाना में भी भारी भीड़ है। शहर के सभी होटल पूर्णतः फुल हो गए हैं और किराया लगभग 30% तक बढ़ गया है। दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं के लिए ठहरने के सीमित विकल्प ही उपलब्ध हैं।
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया भी उत्साहजनक रही। कोलकाता से आए अमित दुबे ने बताया कि अयोध्या बहुत सुंदर और दिव्य अनुभव देने वाला स्थान है। वह और उनका परिवार दो दिन तक रामनगरी में रहेंगे। नेपाल से पहली बार अयोध्या आए रिचा सिंह ने बताया कि रामलाल के दर्शन से उन्हें भव्य अनुभूति हुई और वह सरयू में स्नान के साथ विभिन्न मंदिरों में दर्शन-पूजन करेंगी।
नए साल पर काशी और सारनाथ में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। श्रद्धालुओं ने धमेख स्तूप, मूलगंध कुटी विहार और सारनाथ संग्रहालय का भ्रमण किया। संग्रहालय में अशोक स्तंभ का सिंह शीर्ष और अन्य प्राचीन बौद्ध कलाकृतियां लोगों के आकर्षण का केंद्र बनीं।
सुरक्षा और प्रशासनिक इंतजाम भी कड़े किए गए हैं। पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा बल तैनात किए हैं और ड्रोन्स से मार्गों पर भीड़ की निगरानी कर रहे हैं। बैरिकेडिंग और विकल्पी मार्गों से भीड़ नियंत्रण किया जा रहा है। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी पुलिस को तुरंत दें।




