कानपुर, यूपी: कानपुर के बंबुरिहा गांव के 23 वर्षीय छात्र दीपू यादव ने वीडियो कॉल के दौरान फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर दी। दीपू असम के डिब्रूगढ़ में सेना की तैयारी कर रहा था। 27 दिसंबर की शाम उसका शव फंदे पर लटका मिला। परिवार ने सोमवार देर रात शव कानपुर लाया और मंगलवार सुबह अंतिम संस्कार किया।
दीपू का बैकग्राउंड और परिवार
दीपू यादव कानपुर के बंबुरिहा गांव के रहने वाले थे। उनका परिवार सामान्य किसान और गृहिणी परिवार से था। पिता राम सिंह यादव खेती करते हैं, मां मीरा यादव गृहिणी हैं। बड़ा भाई अस्मित सेना में है और छोटी बहन रेशू पढ़ाई कर रही है। दीपू पढ़ाई में होशियार और मेहनती छात्र था। उन्होंने B.Sc की पढ़ाई पूरी की थी और वर्तमान में सेना की तैयारी कर रहे थे।

प्रेम संबंध और तनाव
परिवार और दोस्तों ने बताया कि दीपू का तीन साल से प्रेम संबंध बंबुरिहा में रहने वाली सेना के जवान की बेटी से था। बुआ ललिता देवी के अनुसार, दीपू लगातार तनाव में था क्योंकि उसकी गर्लफ्रेंड शादी का दबाव बना रही थी और धमकी दे रही थी कि अगर शादी नहीं हुई तो वह जहर खाकर जान दे देगी और परिवार को पुलिस केस में फंसा देगी।
इसके अलावा, लड़की के घरवालों को भी इस संबंध की जानकारी मिली और उन्होंने दीपू को धमकाना शुरू कर दिया। इस तनाव और मानसिक दबाव के कारण दीपू ने वीडियो कॉल के दौरान फांसी लगा ली।
घटना का विवरण
दीपू के दोस्त शुभम साहू ने बताया कि 27 दिसंबर की शाम दीपू की गर्लफ्रेंड की सहेली ने वॉट्सऐप पर मैसेज किया कि वह कॉल रिसीव नहीं कर रहा। इसके बाद उसके चचेरे भाई और दोस्त मौके पर पहुंचे और देखा कि दीपू का शव कमरे में मफलर से पंखे के सहारे लटका हुआ था।

परिवार की प्रतिक्रिया
परिवार ने महाराजपुर थाना में लड़की और उसके परिवार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। थाना प्रभारी राजेश कुमार ने कहा कि मामले की जांच जारी है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
परिवार ने बताया कि दीपू पढ़ाई में अच्छा था और उसका सुसाइड पूरे गांव और परिवार में शोक का माहौल पैदा कर गया है।
सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
यह घटना मानसिक स्वास्थ्य और युवाओं पर प्रेम संबंधों और दबाव के असर को उजागर करती है। परिवार और दोस्तों ने सभी से अपील की है कि इस तरह के मामलों में सतर्क रहें और किसी भी मानसिक तनाव के संकेत पर तुरंत मदद लें।




