कानपुर। भारतीय रेलवे ने विजन–2030 के तहत देश के 48 प्रमुख शहरों में रेल नेटवर्क को मजबूत करने का फैसला लिया है, जिसमें कानपुर को भी शामिल किया गया है। यात्रियों के लगातार बढ़ते दबाव को देखते हुए अगले पांच वर्षों में कानपुर के रेल बुनियादी ढांचे में व्यापक बदलाव किया जाएगा। योजना के अनुसार वर्तमान में जहां कानपुर से होकर करीब 300 ट्रेनों का आवागमन होता है, वहीं क्षमता विस्तार के बाद यह संख्या बढ़कर 450 हो जाएगी। यानी कानपुर रेल सेक्शन से 150 अतिरिक्त ट्रेनें गुजरेंगी।
कानपुर रेलवे नेटवर्क की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए यह निर्णय अहम माना जा रहा है। यहां से दिल्ली, प्रयागराज, लखनऊ, बांदा, झांसी और फर्रुखाबाद—छह अलग-अलग दिशाओं में ट्रेनों का संचालन होता है। इसी कारण रेलवे यहां टर्मिनल क्षमता का विस्तार करेगा। फिलहाल कानपुर से 26 ट्रेनों की ओरिजिनेटिंग यानी शुरुआत होती है, जो क्षमता बढ़ने के बाद बढ़कर 40 हो जाएगी। इसके साथ ही कानपुर में मेगा कोचिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जाएगा, जिससे नई लंबी दूरी की ट्रेनों के संचालन का रास्ता साफ होगा।
🔹 तीन बड़े स्टेशनों का होगा कायाकल्प
विजन–2030 के तहत कानपुर सेंट्रल, गोविंदपुरी और पनकी धाम रेलवे स्टेशनों का बड़े पैमाने पर पुनर्विकास किया जा रहा है।
- कानपुर सेंट्रल का पूर्ण पुनर्विकास किया जा रहा है।
- गोविंदपुरी और पनकी धाम को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत सैटेलाइट टर्मिनल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
इन सैटेलाइट टर्मिनलों के शुरू होने से कानपुर सेंट्रल पर यात्रियों और ट्रेनों का दबाव कम होगा।
🔹 क्षमता बढ़ाने के लिए क्या-क्या होगा
रेलवे स्टेशनों और यार्ड की क्षमता को दोगुना करने के लिए कई अहम कार्य किए जाएंगे।
- अतिरिक्त प्लेटफार्मों का निर्माण
- नई स्टेबलिंग लाइन और अत्याधुनिक पिट लाइन
- पर्याप्त शंटिंग सुविधाएं
- विभिन्न रेल खंडों पर तीसरी और चौथी लाइन का निर्माण
- आधुनिक सिग्नलिंग सिस्टम के जरिए ट्रेनों के बीच अंतराल कम किया जाएगा
इसके अलावा ट्रेनों के बेहतर रखरखाव के लिए नए कोचिंग कॉम्प्लेक्स के साथ कोच अनुरक्षण क्षमता भी बढ़ाई जाएगी।
🔹 तीन चरणों में होगा पूरा प्रोजेक्ट
रेलवे की यह महत्वाकांक्षी योजना तीन चरणों में पूरी की जाएगी।
1️⃣ पहला चरण: मौजूदा यार्डों में सुधार कर परिचालन संबंधी बाधाओं को दूर किया जाएगा।
2️⃣ दूसरा चरण: अगले दो से तीन वर्षों में अतिरिक्त प्लेटफार्म और लूप लाइनों का निर्माण होगा।
3️⃣ तीसरा चरण: वर्ष 2030 तक सभी प्रस्तावित परियोजनाओं और नए टर्मिनलों का पूर्ण संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, विजन–2030 के तहत कानपुर का रेल नेटवर्क आधुनिक, तेज और अधिक सक्षम बनेगा, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलने के साथ-साथ ट्रेनों के संचालन में भी बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।




