
समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन ने धर्म परिवर्तन को लेकर एक बड़ा और बहुचर्चित बयान दिया है, उन्होंने कहा है कि जब तक हिंदू धर्म में समानता नहीं आएगी, तब तक धर्मांतरण को कोई नहीं रोक सकता।
मीडिया से बातचीत करते हुए रामजीलाल सुमन ने कहा कि वह निजी स्वार्थ या किसी जबरन धर्मांतरण के खिलाफ हैं, लेकिन अगर धर्म के भीतर ही असमानता बनी रही, तो लोग स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन करते रहेंगे, जो सनातन को मानने वाले लोग हैं, हिंदू धर्म को मानने वाले लोग हैं, उनको ये समझना चाहिए कि जब तक हिंदू धर्म में विषमता रहेगी… समता का भाव नहीं रहेगा, तब तक धर्म परिवर्तन को कोई माई का लाल नहीं रोक सकता, सपा सांसद ने स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी का हवाला देते हुए कहा कि इन महान विचारकों ने भी हिंदू धर्म में समता की जरूरत पर ज़ोर दिया था।
उनका साफ कहना है कि छुआछूत और भेदभाव जैसे मुद्दे धर्म के भीतर ही परिवर्तन की वजह बनते हैं, धर्म परिवर्तन की पूरी जिम्मेदारी हिंदू धर्म के ठेकेदारों की है, जब तक समता नहीं होगी, तब तक धर्म परिवर्तन होता रहेगा। रामजीलाल सुमन का यह बयान अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन चुका है, कुछ लोग इसे समाज में सुधार की दिशा में जरूरी आवाज़ बता रहे हैं, तो कुछ इसे एक विवादास्पद बयान के तौर पर देख रहे हैं।