गाजियाबाद में बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने माहौल को गरमा दिया है। यह वीडियो 23 अक्टूबर को वायरल हुआ था, जिसमें फरजाना नाम की एक नाबालिग लड़की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृह मंत्री अमित शाह और हिंदू धार्मिक भावनाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करती नजर आई थी। वीडियो सामने आने के बाद लोगों में भारी आक्रोश फैल गया और सोशल मीडिया पर यह मामला तेजी से सुर्खियों में आ गया।
फरजाना के खिलाफ मुकदमा दर्ज
थाना टीला मोड़ पुलिस ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए फरजाना के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। पुलिस जांच में यह सामने आया कि फरजाना नाबालिग है और पिछले छह महीने से घर से बाहर रह रही थी। पुलिस ने कहा कि मामले में कानूनी कार्रवाई पूरी गंभीरता से की जा रही है।
हिंदू संगठनों का हंगामा और मारपीट
मामले ने सोमवार को नया मोड़ तब लिया जब हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता फरजाना के घर पहुंच गए। वहां उन्होंने जमकर हंगामा किया, नारेबाजी की और लड़की के साथ मारपीट भी की। कार्यकर्ताओं ने “योगी के सम्मान में हिंदू रक्षा दल मैदान में” और “जय गोमाता” जैसे नारे लगाए। इस दौरान इलाके में तनाव की स्थिति बन गई और भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा।
पिंकी चौधरी का विवादित बयान
हिंदू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने अपने कार्यकर्ताओं का बचाव करते हुए विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा, “हमने लड़की का दिमाग दुरुस्त किया है, उसकी पिटाई की है। जो भी योगी या सनातन के विरोध में बोलेगा, उसका यही हाल होगा।” पिंकी चौधरी ने साफ कहा कि उन्हें कानूनी कार्रवाई की कोई परवाह नहीं है और वे धर्म और गाय के सम्मान के लिए मैदान में डटे रहेंगे।
दोनों पक्षों पर कार्रवाई की तैयारी
एसीपी शालीमार गार्डन अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने दोनों पक्षों की पहचान कर ली है। फरजाना के खिलाफ पहले से एफआईआर दर्ज है, वहीं अब हंगामा और मारपीट करने वाले हिंदू संगठन से जुड़े लोगों पर भी केस दर्ज किया जा रहा है। पुलिस ने कहा कि तथ्यों और सबूतों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। फिलहाल इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात किया है और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। प्रशासन का कहना है कि कानून अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।


