भाषा की मर्यादा को भूल एक दूसरे पर व्यक्तिगत आरोप प्रत्यारोप इन दोनों सियासत की पहचान बन गई है।
एक तरफ जहां राजनीति से जनता के मुद्दे में नदारद है तो ही दूसरे पर व्यक्तिगत टिप्पणी करने मे राजनेता कोई संकोच नहीं करते।
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Brajesh Pathak और Samajwadi Party में DNA को लेकर विवाद
Brajesh Pathak और Samajwadi Party में DNA को लेकर जिस तरीके की बहस चल रही है उसके लिए सभ्य समाज मे कोई जगह नहीं हो सकती। जो राजनीति कभी सुचिता और भाषा की गरिमा के अनुरूप होती थी आज बदलते दौर की सियासत में सबसे ज्यादा छरण भाषाई गरिमा का ही हुआ है। उपमुख्यमंत्री Brajesh Pathak और Samajwadi Party के बीच चल रहे विवाद को लेकर लखनऊ में जगह-जगह पोस्टर लगे हैं जिसपर लिखा है कि ‘Akhilesh Yadav माफ़ी मांगो अभद्र टिप्पणी बंद करो शर्म करो शर्म करो’ ये पोस्टर इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। दबी जुबान से कई लोग कह रहे है कि Brajesh Pathak और Samajwadi Party के बीच सोशल मीडिया पर चल रही जुबानी जंग आखिर कहां जाकर रुकेगी।