बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों की तस्वीर धीरे-धीरे स्पष्ट होती जा रही है। 243 सीटों पर जारी मतगणना के रुझानों में इस बार एनडीए को प्रचंड बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। शुरुआती गणना से ही यह साफ हो गया था कि भाजपा–जदयू की जोड़ी एक बार फिर राज्य की सत्ता तक पहुंचने के करीब है। सुबह 8 बजे शुरू हुई काउंटिंग के साथ ही पोस्टल बैलेट की गिनती ने एनडीए के पक्ष में माहौल बना दिया और 8:30 बजे ईवीएम की गिनती शुरू होते ही एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा तेजी से पार कर लिया।
इस बार रिकॉर्डतोड़ मतदान
इस चुनाव में रिकॉर्डतोड़ मतदान देखने को मिला। दो चरणों में संपन्न हुए चुनाव में 66.91 प्रतिशत वोटिंग हुई, जो 1951 के बाद की सबसे बड़ी भागीदारी है। खास बात यह रही कि महिलाओं ने इस बार रिकॉर्ड 71.6% मतदान कर पुरुषों (62.8%) को पीछे छोड़ दिया। महिलाओं की इस अभूतपूर्व भागीदारी को एनडीए के पक्ष में एक बड़ा फैक्टर माना जा रहा है।
पार्टियों का महागठबंधन
रुझानों में JDU राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है। JDU 70 से अधिक सीटों पर आगे है, जबकि BJP भी करीब 70 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। इन दोनों दलों के साथ लोजपा (रामविलास) और हम पार्टी की बढ़त से NDA का आंकड़ा 170 से ऊपर जा चुका है। दूसरी ओर, महागठबंधन की स्थिति कमजोर दिख रही है। राजद मुश्किल से 40 सीटों का आंकड़ा छू पा रही है और कांग्रेस 6 से 9 सीटों पर सिमटती दिख रही है। सीपीआई-एमएल और वाम दलों की भी प्रदर्शन में गिरावट दर्ज की गई है।
महागठबंधन के खेमे में निराशा का माहौल
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर आ रहे अपडेट्स के अनुसार JDU और BJP के बीच ‘सबसे बड़ी पार्टी’ बनने की मुकाबला जारी है, मगर फिलहाल बढ़त जदयू के पास है। राजद के कमजोर प्रदर्शन ने महागठबंधन के खेमे में निराशा का माहौल पैदा कर दिया है। यही वजह है कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव अपने बेटे तेजस्वी यादव के आवास पहुंचे, जहां रणनीति पर विचार-विमर्श जारी है।
छपरा सीट पर दिलचस्प मुकाबला
छपरा सीट पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। यहां से राजद प्रत्याशी और अभिनेता खेसारी लाल यादव पीछे चल रहे हैं जबकि भाजपा की छोटी कुमारी आगे हैं। कई वीआईपी सीटों पर उतार-चढ़ाव जारी है और अंतिम नतीजों के लिए शाम तक इंतजार करना होगा।
इस बीच एनडीए खेमे से बड़ा संकेत हम पार्टी के प्रमुख जीतन राम मांझी ने दिया है। उन्होंने साफ कहा है कि अगर सरकार बनती है तो मुख्यमंत्री फिर से नीतीश कुमार ही होंगे। हालांकि BJP और JDU के बीच अंतिम फैसले के लिए आधिकारिक घोषणा का इंतजार करना होगा।
चुनाव आयोग की काउंटिंग
चुनाव आयोग के मुताबिक राज्य के 38 जिलों में 46 काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं, जहां 4,372 टेबल और 18,000 से अधिक एजेंट तैनात हैं। पूरे राज्य में सख़्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना जारी है।
नीतीश कुमार बनेंगे मुख्यमंत्री
हालांकि अंतिम परिणाम अभी आने बाकी हैं, लेकिन मौजूदा रुझानों से यह साफ है कि बिहार में फिर एक बार एनडीए की वापसी तय मानी जा रही है। अब सभी की नजर इस बात पर है कि क्या नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे या कोई नया चेहरा सामने आएगा। अंतिम तस्वीर आज शाम तक साफ होने की उम्मीद है।


