आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा गांव स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर में शनिवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां दर्शन के लिए आई भारी भीड़ के बीच भगदड़ मचने से सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 15 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हादसा एकादशी के अवसर पर तब हुआ, जब मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ बेकाबू हो गई।
एकादशी पर दर्शन करने पहुंचे थे श्रद्धालु
पुलिस के अनुसार, मंदिर में शनिवार को 10,000 से अधिक श्रद्धालु एकादशी पर दर्शन करने पहुंचे थे। इस दौरान कुछ लोग प्रवेश द्वार के बजाय निकास द्वार से अंदर घुसने की कोशिश करने लगे, जिससे अफरा-तफरी मच गई और भगदड़ की स्थिति बन गई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगाई गई रेलिंग अचानक टूट गई, जिससे कई लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े। दम घुटने और चोट लगने से सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए।
प्रशासन ने राहत कार्य की शुरू
स्थानीय प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और घायलों को नजदीकी जिला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अधिकारियों के अनुसार, दो घायलों की हालत गंभीर है। मंदिर प्रशासन ने बताया कि श्री वेंकटेश्वर मंदिर करीब 12 एकड़ भूमि पर 20 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है और इसी वर्ष मई 2025 में इसका उद्घाटन किया गया था। मंदिर की भव्यता देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं।
क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल पैदा
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस हादसे को “बेहद दुखद और चौंकाने वाला” बताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “श्री वेंकटेश्वर मंदिर में हुई भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौत हृदय विदारक है। मैं पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।” मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घायलों को तुरंत और उचित इलाज उपलब्ध कराया जाए और राहत कार्यों की निगरानी स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधि करें।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने X पर लिखा कि “श्री वेंकटेश्वर मंदिर में भगदड़ में कई श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर से बेहद दुख हुआ। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।”
मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर
इस हादसे ने मंदिरों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल, पुलिस ने मंदिर परिसर को खाली करा दिया है और हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदी दोबारा न हो।


