
उत्तर प्रदेश के कानपुर में रेलवे सुरक्षा व्यवस्था उस समय अलर्ट मोड में गई
जब संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से तीन संदिग्ध रोहिंग्या नागरिकों को हिरासत में लिया गया। इनमें दो युवक और एक युवती शामिल हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि तीनों अवैध रूप से भारत में दाखिल होकर जम्मू जाने की कोशिश कर रहे थे।
मामला मंगलवार देर रात का है। असम से नई दिल्ली की ओर जा रही संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के जनरल कोच में सफर कर रहे कुछ यात्रियों को तीन लोगों की गतिविधियों पर शक हुआ। यात्रियों के मुताबिक, तीनों का पहनावा, भाषा और बातचीत का तरीका भारतीय नागरिकों से मेल नहीं खा रहा था। इसके अलावा, यात्रियों ने यह भी महसूस किया कि युवती असहज है और उसे जबरन ले जाया जा रहा है।
इस सूचना के बाद यात्रियों ने तत्काल रेलवे सुरक्षा बल के कंट्रोल रूम से संपर्क किया। इनपुट को गंभीरता से लेते हुए कानपुर स्टेशन पर पहले से ही जीआरपी और आरपीएफ को सतर्क कर दिया गया।
जैसे ही ट्रेन कानपुर सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर पहुंची, सुरक्षा बलों ने बिना देरी किए जनरल कोच की घेराबंदी कर सघन चेकिंग अभियान शुरू किया। तलाशी के दौरान दो युवक और एक युवती को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में तीनों के जवाब संतोषजनक नहीं पाए गए, जिसके बाद उन्हें नीचे उतारकर अलग से पूछताछ की गई।
सुरक्षा एजेंसियों की प्रारंभिक जांच में पता चला कि तीनों मूल रूप से म्यांमार के रोहिंग्या समुदाय से संबंध रखते हैं। ये लोग पहले बांग्लादेश पहुंचे, जहां से अवैध तरीके से असम के रास्ते भारत में दाखिल हुए। इसके बाद इनकी योजना जम्मू जाने की थी।
बताया जा रहा है कि मौजूदा समय में बांग्लादेश में जारी हिंसा और अस्थिर हालात के चलते बड़ी संख्या में लोग भारत में अवैध प्रवेश की कोशिश कर रहे हैं। इसी पृष्ठभूमि में यह मामला सुरक्षा एजेंसियों के लिए बेहद संवेदनशील माना जा रहा है।
फिलहाल तीनों संदिग्धों से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है। उनके पास मौजूद दस्तावेजों, मोबाइल फोन और यात्रा से जुड़े अन्य पहलुओं की भी गहन जांच की जा रही है। खुफिया एजेंसियों को भी पूरे मामले की जानकारी दे दी गई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इनके पीछे कोई संगठित नेटवर्क तो सक्रिय नहीं है।
रेलवे और पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद आगे की कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद कानपुर समेत अन्य प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों की निगरानी और सघन कर दी गई है।





