विरोध के बाद आयोजकों का यू-टर्न: धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए कार्यक्रम निरस्त

भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में नए साल के जश्न को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया था, लेकिन अब यह मामला शांत हो गया है। बॉलीवुड अभिनेत्री सनी लियोनी का प्रस्तावित DJ परफॉर्मेंस प्रोग्राम साधु-संतों और धार्मिक संगठनों के कड़े विरोध के बाद रद्द कर दिया गया है। आयोजकों ने ब्रज क्षेत्र की धार्मिक-सांस्कृतिक परंपराओं और संत समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए यह फैसला लिया।

यह कार्यक्रम 1 जनवरी 2026 को मथुरा के एक निजी होटल (ललिता ग्रैंड और द ट्रंक रेस्टोरेंट एंड बार) में आयोजित होने वाला था। शाम 8 बजे से मध्यरात्रि तक चलने वाली इस न्यू ईयर पार्टी में सनी लियोनी की DJ परफॉर्मेंस मुख्य आकर्षण थी। टिकट की कीमत 20 हजार से लेकर 2 लाख रुपये तक रखी गई थी और सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं। सनी लियोनी ने खुद सोशल मीडिया पर इस इवेंट का प्रचार किया था।

हालांकि, जैसे ही कार्यक्रम की जानकारी सार्वजनिक हुई, संत समाज में आक्रोश फैल गया। श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले के मुख्य याचिकाकर्ता दिनेश फलाहारी महाराज सहित कई संतों और धार्मिक संगठनों ने इसे ब्रजभूमि की पवित्रता पर हमला बताया। उनका कहना था कि यह भूमि भगवान कृष्ण की तपोभूमि और महारास स्थली है, जहां अश्लीलता या फूहड़ता को जगह नहीं दी जा सकती। संतों ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कार्यक्रम रद्द करने और आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। अगर मांग नहीं मानी जाती तो बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी गई।

विरोध इतना तेज हुआ कि आयोजकों को झुकना पड़ा। होटल मालिक मितुल पाठक ने बयान दिया कि सभी कानूनी और प्रशासनिक नियमों का पालन किया जा रहा था, लेकिन संत समाज की भावनाओं का सम्मान सबसे ऊपर है। इसलिए कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया। संत समाज ने प्रशासन और आयोजकों को धन्यवाद दिया कि ब्रज की सांस्कृतिक गरिमा सुरक्षित रही।

यह पहली बार नहीं है जब सनी लियोनी का नाम मथुरा-वृंदावन से विवादों में जुड़ा हो। साल 2021 में उनके गाने ‘मधुबन में राधिका नाचे’ पर भी संतों ने गहरा ऐतराज जताया था और बैन की मांग की थी।

मथुरा में नए साल पर मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना और भक्ति कार्यक्रमों की तैयारियां चल रही हैं। लाखों श्रद्धालु बांके बिहारी और अन्य मंदिरों में दर्शन के लिए आ रहे हैं। इस विवाद के बाद शहर में शांति का माहौल है और संत समाज इसे अपनी जीत मान रहा है।

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