
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हाल ही में उद्घाटित राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल के आसपास उस समय हड़कंप मच गया, जब वहां करीब 170 भेड़ों के मृत पाए जाने की खबर सामने आई। यह वही राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल है, जिसका उद्घाटन कुछ समय पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
भेड़ों की एक साथ मौत की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची। शुरुआती जांच में मौत के कारणों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। अधिकारियों के अनुसार यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि भेड़ों की मौत किसी संक्रामक बीमारी से हुई, जहरीला पदार्थ खाने से हुई या फिर इसमें किसी तरह की लापरवाही या साजिश शामिल है।
इस मामले में मड़ियांव थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायत आसरा द हेल्पिंग हैंड्स ट्रस्ट की संस्थापक चारू खरे ने दी है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल के आसपास कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम आयोजित हुआ था, जिसके कुछ समय बाद ही इलाके में अचानक बड़ी संख्या में भेड़ों की मौत हो गई।
चारू खरे का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह साफ नहीं है कि भेड़ों ने कचरा खाने के कारण दम तोड़ा या किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा कथित तौर पर जहर दिया गया। उन्होंने मृत भेड़ों का पोस्टमॉर्टम कराए जाने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने इस संबंध में नमूने जांच के लिए भेज दिए हैं और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी स्वतः संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं, ताकि मौत के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके।
इसके साथ ही योगी सरकार ने प्रभावित पशुपालकों को राहत देने का ऐलान किया है। सरकार की ओर से प्रत्येक मृत भेड़ पर 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। प्रशासन का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।





