अमेठी के गौरीगंज स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में शुक्रवार को भाजपा जिला कोर कमेटी की बैठक में प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य राज्यमंत्री एवं तिलोई विधायक मयंकेश्वर शरण सिंह ने बरेली दंगों को लेकर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि दंगों में शामिल गुनहगारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और यह कार्रवाई इतनी प्रभावशाली होगी कि आने वाली पीढ़ियां भी दंगा करना भूल जाएंगी। बैठक में अमेठी प्रभारी मंत्री सतीश चंद्र शर्मा, खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री, भाजपा और संघ के पदाधिकारी, तथा जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। बैठक में जिले के विकास कार्यों की समीक्षा, आगामी योजनाओं की रूपरेखा और संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर होने वाले विशेष कार्यक्रमों की तैयारियों पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
मंत्री का बयान और कड़ा संदेश
मयंकेश्वर शरण सिंह ने कहा कि सरकार अपराध और अराजकता फैलाने वालों पर किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतेगी। उन्होंने चेतावनी दी: “दंगों में शामिल हर गुनहगार को कड़ी सजा दी जाएगी और ऐसे लोगों पर इतनी लाठियां बरसेंगी कि आने वाली पुश्तें भी दंगा करना भूल जाएंगी।” मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि अमेठी में विकास कार्यों की गति बढ़ाने और योजना को समय पर पूरा करने के लिए सभी विभाग मिलकर काम करेंगे।
कानून और विकास में संतुलन
बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि जिले में सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए हर स्तर पर समन्वय बढ़ाया जाएगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि मंत्री का यह बयान कानून व्यवस्था और विकास दोनों पर केंद्रित है। इसका संदेश नागरिकों के लिए भी है कि सरकार हिंसा और दंगों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाएगी। साथ ही यह कदम स्थानीय प्रशासन को भी निर्देश देता है कि दंगों और हिंसा की स्थिति में कार्रवाई में कोई ढिलाई न हो और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा मजबूत रखी जाए।
क्या कहती है विश्लेषकों की राय?
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस बयान के दो पहलू हैं:
- सख्त कानून व्यवस्था का संदेश – प्रशासन और नागरिकों दोनों के लिए यह स्पष्ट कर रहा है कि किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी।
- विकास पर फोकस – केवल दंगों को रोकना ही नहीं, बल्कि जिले में योजनाओं और विकास कार्यों को भी समय पर पूरा करना प्राथमिकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि मंत्री का यह कड़ा बयान राजनीतिक संदेश के रूप में भी देखा जा सकता है, जिसमें सरकार यह दिखाना चाहती है कि कानून और विकास पर उसके दृढ़ नियंत्रण के अलावा किसी भी तरह की अराजकता को अनुमति नहीं दी जाएगी।
बरेली दंगों के बाद यूपी में सख्त कदम
अमेठी में आयोजित यह बैठक और मंत्री का सख्त बयान यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था और विकास को साथ-साथ चलाने पर जोर दे रही है। बरेली जैसे संवेदनशील जिलों में हुए दंगों के बाद यह संदेश बहुत महत्वपूर्ण है कि अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया जाएगा, और प्रशासन इस दिशा में पूरी सतर्कता बरतेगा।