अलीगढ़ के बाइक शोरूम स्वामी अभिषेक गुप्ता हत्याकांड में नया और सनसनीखेज मोड़ सामने आया है। पुलिस की जांच में हिंदू महासभा की महामंडलेश्वर और विवादित नेता पूजा शकुन पांडे का नाम हत्या की साजिश के सूत्रधार के रूप में सामने आया है। जांच के मुताबिक, पूजा शकुन ने शूटरों को तीन लाख रुपये की सुपारी देकर अभिषेक की हत्या कराई। बुधवार को गिरफ्तार किए गए शूटर फजल ने पूछताछ में इस पूरी कहानी का खुलासा किया।
क्या थी पूरी कहानी?
पूजा के पति और हिंदू महासभा के प्रवक्ता अशोक पांडे पहले ही जेल में हैं। वहीं पूजा शकुन अभी फरार हैं और उनकी तलाश में पुलिस दो मोर्चों पर सक्रिय है — एक टीम राजस्थान और दूसरी पूर्वांचल में उनके संभावित ठिकानों की जांच कर रही है। अभिषेक के पिता नीरज गुप्ता का आरोप है कि उनके बेटे और पूजा शकुन के बीच व्यक्तिगत रिश्ते थे। जब अभिषेक ने उनसे दूरी बनानी शुरू की, तो नाराज होकर पूजा ने हत्या की साजिश रची। 26 सितंबर की रात अभिषेक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
कौन थी पूजा शकुन?
पूजा शकुन मूल रूप से हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे की रहने वाली हैं। उनके पिता कॉलेज में प्रिंसिपल थे। पूजा ने गणित में एमफिल किया और गाजियाबाद के एक कॉलेज में प्रोफेसर बनकर पढ़ाई की। पढ़ाई में हमेशा मेधावी रही, कभी 80 प्रतिशत से कम अंक नहीं आए। इसी दौरान उनकी मुलाकात मैनपुरी निवासी अशोक पांडे से हुई और दोनों ने लव मैरिज कर ली।
धार्मिक-सामाजिक कार्य से महामंडलेश्वर तक की उपाधि
करीब दस साल पहले पूजा ने नौकरी छोड़कर धार्मिक-सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से जुड़ना शुरू किया। 2016 में उन्होंने हिंदू महासभा से जुड़कर विवादित बयानों और गतिविधियों से सुर्खियां बटोरीं। गांधी के पुतले पर गोली मारने का मामला या जुमे की नमाज पर पाबंदी की मांग जैसी घटनाओं ने उन्हें लगातार चर्चा में बनाए रखा। 2021 में निरंजनी अखाड़ा ने उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि दी।
संन्यास और बच्चे
संन्यास लेने से पहले पूजा दो बच्चों की मां थीं। बच्चों की परवरिश का जिम्मा अशोक पांडे ने संभाला। घर में बगलामुखी माता का मंदिर बनवाया गया और इसके बाद अनुयायी और पति उन्हें माता कहकर संबोधित करने लगे।
जांच से हत्याकांड का खुलासा
जांच में सामने आया कि पूजा शकुन और अशोक पांडे ने मिलकर हत्या कराई। फजल की गिरफ्तारी से पता चला कि हत्या के पीछे आर्थिक विवाद और व्यक्तिगत रंजिश दोनों कारण थे। हत्या की रात अशोक पांडे खुद मेडिकल कॉलेज पहुंचे ताकि किसी पर शक न जाए। पुलिस अब पूजा शकुन की तलाश में जुटी है और उम्मीद है कि उनके गिरफ्त में आने के बाद इस हत्याकांड के और पहलू उजागर होंगे।