बरेली में शुक्रवार (26 सितंबर) को हुए बड़े बवाल के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी है। अब तक शहर के अलग-अलग 5 थानों में कुल 6 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। खास बात यह है कि कोतवाली में दर्ज बलवे के मुकदमे में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां को आरोपी बनाया गया है। वहीं, बारादरी पुलिस ने जांच के आधार पर फाइक एन्क्लेव निवासी बरातघर संचालक फरहत और उसके बेटे को भी केस में शामिल कर लिया है।
पुलिस कार्रवाई – अब तक 39 हिरासत, 8 गिरफ्तार
पुलिस का कहना है कि अब तक कुल 39 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें से 8 आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। बाकी आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है। पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा को बृहस्पतिवार रात से जिन लोगों ने अपने घर में शरण दी थी, उन पर भी कार्रवाई शुरू कर दी है।
मामला क्या था?
दरअसल, “I Love Muhammad” विवाद के समर्थन में मौलाना तौकीर रजा ने शुक्रवार को अपने समर्थकों को शहर के इस्लामिया ग्राउंड में जुटने के लिए बुलाया था। लेकिन मौलाना खुद मौके पर नहीं पहुंचे। इसके बाद भीड़ अराजक हो गई और शहर के कई इलाकों में उपद्रव फैल गया। खलील स्कूल तिराहे के पास दुकानों और वाहनों में तोड़फोड़ की गई। नावल्टी चौराहा पर पुलिस टीम पर पथराव हुआ। श्यामगंज में फायरिंग भी की गई। करीब 3 घंटे तक शहर बवाल की आग में झुलसता रहा। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। शाम 5 बजे के आसपास स्थिति पर काबू पाया गया।
थानावार दर्ज हुए मुकदमे
पुलिस ने अलग-अलग थानों में कुल 6 एफआईआर दर्ज की हैं।
- कोतवाली – 1 मुकदमा (बलवा, मुख्य आरोपी मौलाना तौकीर रजा)
- बारादरी थाना – 2 मुकदमे (पुलिस पर पथराव और फायरिंग)
- किला थाना – 1 मुकदमा (धारा 163 निषेधाज्ञा उल्लंघन)
- प्रेमनगर थाना – 1 मुकदमा (धारा 163 निषेधाज्ञा उल्लंघन)
- कैंट थाना – 1 मुकदमा (धारा 163 निषेधाज्ञा उल्लंघन)
22 पुलिसकर्मी घायल – साजिश की आशंका
डीआईजी अजय कुमार साहनी ने बताया कि इस घटना में 22 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। जिस तरह से भीड़ बैनर लेकर निकली और पथराव किया, उससे यह साफ होता है कि यह सुनियोजित साजिश थी। उन्होंने कहा कि वीडियो और तस्वीरों की मदद से उपद्रवियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही सभी पर कड़ी कार्रवाई होगी।
बरातघर मालिक की भूमिका पर सवाल
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि मौलाना तौकीर रजा को फाइक एन्क्लेव निवासी फरहत और उसके बेटे ने अपने घर में शरण दी थी। इसके बाद से बरातघर संचालक भी पुलिस के रडार पर आ गए हैं। दोनों पर केस दर्ज कर लिया गया है और फिलहाल पुलिस ने यहां पहरा बिठा दिया है।
आखिर क्यों बढ़ रहा है “I Love Muhammad” विवाद?
यह पूरा विवाद कानपुर से शुरू हुआ था, जब 4 सितंबर को “बारावफात जुलूस” में “I Love Muhammad” का बैनर लगाया गया। हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया, जिसके बाद कई जगह FIR दर्ज हुई। धीरे-धीरे यह विवाद प्रदेश और अन्य राज्यों में फैल गया। इसके जवाब में कई शहरों में “I Love Mahadev” पोस्टर और बैनर भी लगाए गए। बरेली की घटना इस विवाद का सबसे हिंसक रूप बनकर सामने आई है।
फिलहाल अभी क्या है स्थिति?
- शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
- ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
- मुख्य बाजार बंद कराए गए हैं।
- माहौल फिलहाल नियंत्रण में है, लेकिन तनाव बना हुआ है।
कुल मिलाकर, बरेली का यह बवाल सिर्फ एक “नारा” या “बैनर विवाद” तक सीमित नहीं है, बल्कि अब यह कानून-व्यवस्था और सियासत दोनों पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।