गोरखपुर, पूर्वांचल ब्यूरो:महाराष्ट्र में हिंदी भाषी लोगों के साथ हो रहे भेदभाव और उत्पीड़न के विरोध में उत्तर प्रदेश शिवसेना ने जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन पार्टी के प्रदेश प्रमुख अभय द्विवेदी के आह्वान पर प्रदेश सचिव आशुतोष दूबे की अगुवाई में गोरखपुर में आयोजित हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश मंत्री लल्लन दूबे ने की।
भाषा सभी की है, किसी की निजी संपत्ति नहीं — आशुतोष दूबे
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए आशुतोष दूबे ने कहा, “भारत में हर नागरिक को अपनी मातृभाषा बोलने का संवैधानिक अधिकार है। किसी एक वर्ग या राज्य को भाषा पर हक जताने का अधिकार नहीं है।“ उन्होंने आरोप लगाया कि ठाकरे परिवार अब जनता का विश्वास खो चुका है और भाषा-क्षेत्र के नाम पर लोगों को बांटकर अपनी राजनीति बचाना चाहता है।
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अगर अत्याचार नहीं रुके, तो महाराष्ट्र को भुगतना होगा — लल्लन दूबे
प्रदेश मंत्री लल्लन दूबे ने चेतावनी दी कि अगर महाराष्ट्र में हिंदी भाषी व्यापारियों और नागरिकों पर अत्याचार बंद नहीं हुआ, तो इसका सीधा असर वहां की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। उन्होंने कहा, “ऐसी राजनीति महाराष्ट्र को आर्थिक मंदी की ओर ले जा रही है, और इसके पीछे असफल नेताओं की हताशा छुपी है।”
सैकड़ों कार्यकर्ता हुए शामिल, दिया एकजुटता का संदेश
इस विरोध प्रदर्शन में प्रदेश सहसचिव श्री आशुतोष दूबे जिला अध्यक्ष अविनाश सिंह ,आशनारायण तिवारी, इंजीनियर पीयूष शुक्ला, सुनील मणि त्रिपाठी, विशाल श्रीवास्तव, डॉ. योगेश निषाद, अनीता शर्मा, सत्यभामा समेत कई प्रमुख पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए। वह मौजूद शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट (यूपी) ने संकल्प लिया की, “हिंदी भाषियों की गरिमा की रक्षा के लिए हर मोर्चे पर संघर्ष जारी रहेगा।”