AIIMS भोपाल और HLL के बीच हुए समझौते (MoU) के समाप्त होने से कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं में बाधा उत्पन्न हुई है, जिससे मरीजों की देखभाल और चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता प्रभावित हो रही है:
• अनुबंध का इतिहास और समाप्ति: प्रारंभ में, AIIMS भोपाल और HLL के बीच यह अनुबंध एक वर्ष के लिए किया गया था। समीक्षा के बाद इसे लाभकारी पाया गया और पाँच वर्षों के लिए बढ़ा दिया गया। हालांकि, इसके सकारात्मक प्रभाव के बावजूद, यह अनुबंध बिना किसी पूर्व सूचना या HLL की किसी गलती के, एक वर्ष के भीतर ही समाप्त कर दिया गया।
• ट्रॉमा और आपातकालीन प्रयोगशाला सेवाएँ: पहले, मरीजों को आपातकालीन उपचार के लिए तत्काल जांच रिपोर्ट मिल जाती थी। इन सेवाओं के बंद होने के बाद, रिपोर्ट मिलने में देरी हो रही है, जिससे समय पर चिकित्सा सहायता प्रभावित हो रही है।
• हृदय रोग ओपीडी में रक्त नमूना संग्रह: इस सुविधा के बंद होने से मरीजों को एकमात्र उपलब्ध केंद्र पर ही सैंपल जमा कराना पड़ रहा है, जिससे अत्यधिक भीड़ और असुविधा बढ़ गई है।
• लगभग 400 जांच पैमानों की बिलिंग: पहले मरीज AIIMS भोपाल परिसर में ही इन जांचों का लाभ उठा सकते थे। अब इन सेवाओं की बिलिंग बंद होने से उन्हें बाज़ार में जाकर ये परीक्षण कराने पड़ रहे हैं, जिससे आर्थिक और प्रबंधकीय चुनौतियाँ उत्पन्न हो रही हैं।
• PET स्कैन सेवाएँ: HLL द्वारा ₹6,500 प्रति परीक्षण की दर से PET स्कैन सेवाएँ प्रदान की जा रही थीं। अनुबंध समाप्त होने के बाद ये सेवाएँ बंद हो गईं, और अब मरीजों को बाज़ार में इसी परीक्षण के लिए ₹20,000–₹25,000 का भुगतान करना पड़ रहा है।

• अन्य परीक्षणों की बढ़ी हुई लागत: APLA, Beta-2 Microalbumin, Calcitonin, Plasma Renin जैसे कई अन्य परीक्षण HLL की सेवाओं के दौरान कम दरों पर उपलब्ध थे। अब, मरीजों को बाज़ार में इनके लिए तीन से चार गुना अधिक भुगतान करना पड़ रहा है।
• एचएलएल उपकरणों पर निर्भर एम्स भोपाल: वैकल्पिक व्यवस्था अब तक नहीं: एम्स भोपाल अब भी एचएलएल द्वारा प्रदत्त चिकित्सीय उपकरणों पर निर्भर है और स्वतंत्र वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है। स्थिति चिंताजनक है क्योंकि एचएलएल के उपकरण एक-दो दिनों में काम करना बंद कर सकते हैं। ऐसे में संपूर्ण डायग्नोस्टिक सेवाओं के बाधित होने की आशंका है।
• ABG परीक्षण सुविधा: HLL ने AIIMS भोपाल की प्रत्येक मंजिल पर संवेदनशील ABG परीक्षण उपकरण स्थापित किए थे। अब, HLL इन संसाधनों को वापस लेगा, और AIIMS भोपाल के पास इस सुविधा को बनाए रखने की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है।
• उन्नत कतार प्रबंधन प्रणाली: AIIMS भोपाल अभी भी HLL द्वारा विकसित कतार प्रबंधन प्रणाली का उपयोग कर रहा है। यदि HLL इस समर्थन को वापस लेता है, तो AIIMS भोपाल के पास कोई बैकअप योजना नहीं है जिससे मरीजों का प्रवाह सुचारू रूप से चल सके।
इन बाधाओं के कारण मरीजों को गंभीर असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और प्रभावशीलता को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं।