चित्र : पीएम नरेंद्र मोदी, सागर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए।
भोपाल/रायपुर। सामाजिक न्याय (सोशल जस्टिस) और कथित धन पुनर्वितरण (वेल्थ डिस्ट्रीब्यूशन) पर कांग्रेस के वादों के खिलाफ, अपने हमलों को दोगुना करते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल को दावा किया कि कांग्रेस के ‘खतरनाक इरादे’ एक-एक करके सामने आ रहे हैं।
छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने अपनी बात दोहराई कि सामाजिक कल्याण और असमानता कम करने की कांग्रेस की योजना ‘धन के पुनर्वितरण और लोगों के अधिकारों और संपत्तियों को छीनने का एक खतरनाक खेल’ है।
उन्होंने कहा, ‘यह कांग्रेस की लूट है। जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी।’ जब आप जीवित हैं, तो वे आपकी निजी संपत्ति, मकान, दुकान और जमीन का सर्वेक्षण करना चाहते हैं और अपने वोट बैंक को सुरक्षित करने के लिए इसे दे देना चाहते हैं। और जब आप मर जाते हैं, तो वे आपको अपनी संपत्ति को भविष्य की पीढ़ियों के लिए छोड़ने के अधिकार से भी वंचित करना चाहते हैं।
24 अप्रैल को अपनी तीनों रैलियों को संबोधित करते हुए बीजेपी के दिग्गज नेता मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए मौजूदा कोटा कम करके धर्म के आधार पर 15% आरक्षण लागू करने की योजना बनाई है।
2024 के लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र में धर्म आधारित आरक्षण या एससी, एसटी या ओबीसी के लिए कोटा कम करने का कोई जिक्र नहीं है। दरअसल, कांग्रेस के घोषणापत्र में कोटा सीमा को 50% से ऊपर बढ़ाने के लिए संविधान संशोधन की बात कही गई है।
मोदी ने कांग्रेस पार्टी के ‘दलितों, आदिवासियों और ओबीसी के कोटे को चुराने के खतरनाक खेल’ पर अपने दावों की शुरुआत दक्षिणी राज्यों आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के उदाहरणों से की, और कहा कि 2009 और 2014 के लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी के घोषणापत्रों में भी ‘यही इरादा’ व्यक्त किया गया था। उन्होंने बाद में मध्य प्रदेश के सागर और बैतूल में आयोजित चुनावी रैलियों में भी इन बिंदुओं को दोहराया।
मध्य प्रदेश के सागर में पीएम ने कहा कि ओबीसी की सबसे बड़ी दुश्मन कांग्रेस है, जिसने ओबीसी के अधिकारों को उनसे छीन लिया है। कांग्रेस ने सामाजिक न्याय के सिद्धांतों की हत्या की है। इसने संविधान के मूल विचार को चोट पहुंचाई है और डॉ. बीआर अंबेडकर की विरासत का अपमान किया है।
उन्होंने आगे कहा, ‘वे मुझसे पूछते हैं कि मैं क्यों कहता हूं कि बार 400 पार है?’, मैं जवाब दूंगा। कांग्रेस जो कर रही है, वह दलितों, आदिवासियों और ओबीसी के आरक्षण लाभों को लूटने का एक खतरनाक खेल है। मैं आपसे लोकसभा सीटें 400 से ज़्यादा सीटें मांग रहा हूं ताकि मैं कांग्रेस के इस खेल को हमेशा के लिए खत्म कर सकूं। मुझे अपने दलित, आदिवासी और ओबीसी भाइयों और बहनों के कोटे की रक्षा करने के लिए इन 400 सीटों की ज़रूरत है।
तो वहीं मोदी ने अंबिकापुर, सागर और बैतूल में दिए गए भाषणों में कहा, ‘कांग्रेस की नज़र सिर्फ़ आरक्षण पर ही नहीं है, बल्कि लोगों की कमाई और संपत्ति पर भी है। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा की हालिया टिप्पणियों की ओर इशारा करते हुए, जिसमें उन्होंने अमेरिकी विरासत कर को एक ‘दिलचस्प विचार’ बताया था, मोदी ने चेतावनी दी कि कांग्रेस का पंजा लोगों द्वारा अपनी मेहनत से अपने बच्चों के लिए जमा किए गए पैसे को छीन लेगा।’
जब तक कांग्रेस ने सैम पित्रोदा की टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया, तब तक मोदी बैतूल में बोल रहे थे, जहाँ उन्होंने कहा, ‘अब, वे कह रहे हैं कि यह उनकी निजी राय है। लेकिन मैं आपको याद दिला दूं कि 2011 में योजना आयोग ने भी इसी तरह के उत्तराधिकार कर पर विचार किया था।’