21 जुलाई को जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंपा जिसे स्वीकार कर लिया गया है। फिलहाल इस्तीफा देने के पीछे जगदीप धनखड़ ने कारण तो बताया है लेकिन उससे अलग कई सियासी कयास भी लगाए जा रहे हैं। फिलहाल अभी चर्चा उन नामों की भी खूब है जिनको लेकर कहा जा रहा है कि ये जगदीप धनखड़ की जगह ले सकते हैं।
उपराष्ट्रपति पद की दावेदारी में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह का नाम है। वह साल 2014 से राज्यसभा मेंबर हैं साल 2020 से राज्यसभा में उपसभापति हैं। उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार से अच्छे संबंध हैं। ऐसे में उन्हें उपराष्ट्रपति पद का मजबूत दावेदार भी माना जा रहा है। इसकी एक वजह सियासी भी दिख रही है कि इसी साल बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं, इस कारण भी उनकी दावेदारी प्रमुख तौर पर मानी जा रही है।
इस दावेदारी में दूसरा नाम राजस्थान की पूर्व सीएम और भाजपा की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे का है। राजस्थान में 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा की वापसी तो हुई लेकिन वसुंधरा राजे को राज्य की कमान नहीं मिली और न ही तब से उन्हें कोई अहम जिम्मेदारी मिली। उनके पास अच्छा प्रशासनिक अनुभव भी है।
इस दावेदारी में एक नाम आरिफ मोहम्मद खान का भी है। पीएम मोदी के करीबी आरिफ मोहम्मद खान अभी बिहार के राज्यपाल हैं। वहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार का भी नाम चर्चा में है। 74 साल के नीतीश कुमार को भी उनकी बढ़ती उम्र को देखते हुए मोदी सरकार उपराष्ट्रपति बना सकती है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को उपराष्ट्रपति बनाया जा सकता है। चर्चा है कि उनकी संगठनात्मक क्षमता और उनके संतुलित नेतृत्व के अलावा उनकी उम्र को देखते हुए उन्हें मंत्रालय के कामों से अलग उपराष्ट्रपति बनाया जा सकता है।