यूपी: कैंपस में आवारा कुत्तों पर नज़र रखेंगे नोडल अधिकारी, विश्वविद्यालय-कॉलेजों में तैनाती शुरू

उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों में अब आवारा कुत्तों की समस्या पर सख्ती से निगरानी होगी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पालन में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत हर संस्थान में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जा रहा है, जो परिसर में घूमने वाले आवारा कुत्तों पर नज़र रखेगा और छात्र-शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।

लखनऊ सहित कई संस्थानों में शुरू हुई तैनाती

राजधानी लखनऊ में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (AKTU) समेत कई बड़े विश्वविद्यालयों और कॉलेजों ने नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है। ये अधिकारी कैंपस की सफाई, सुरक्षा व्यवस्था और आवारा कुत्तों की गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखेंगे।

UGC के निर्देशानुसार, नोडल अधिकारी का नाम, पदनाम और मोबाइल नंबर संस्थान के मुख्य द्वार पर बड़े बोर्ड पर प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा। इससे कोई घटना होने पर तुरंत संपर्क किया जा सकेगा। साथ ही, इसकी सूचना स्थानीय नगर निकायों को भी दी जाएगी ताकि कुत्तों की नसबंदी या अन्य जरूरी कदम उठाए जा सकें।

बेसिक शिक्षा विभाग भी अलर्ट

दूसरी ओर, बेसिक शिक्षा विभाग ने भी कदम उठाया है। विभाग ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों (BSA) को पत्र भेजकर निर्देश दिए हैं कि अपने क्षेत्र के स्कूलों में ऐसे स्थानों को चिह्नित करें जहां आवारा कुत्तों से खतरा ज्यादा है और वहां बचाव की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

यह कवायद इसलिए जरूरी हो गई है क्योंकि देशभर में आवारा कुत्तों के हमले की घटनाएं बढ़ रही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाते हुए सभी राज्यों और शिक्षण संस्थानों को प्रभावी कदम उठाने के आदेश दिए थे।

शिक्षण संस्थानों के अधिकारियों का कहना है कि नोडल अधिकारी की नियुक्ति से कैंपस ज्यादा सुरक्षित बनेगा और छात्र-छात्राएं बिना डर के पढ़ाई पर फोकस कर सकेंगे। आने वाले दिनों में सभी संस्थानों में यह व्यवस्था पूरी तरह लागू हो जाएगी।

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