देवर-भाभी के अवैध संबंधों का विरोध किया, तो पति की कर दी हत्या

अलीगढ़ के हरदुआगंज थाना क्षेत्र के गांव दीनदयालपुर में चार महीने पहले लोडर चालक सचिन की हत्या उसकी अपनी पत्नी मधु और सगे छोटे भाई धर्मेंद्र प्रताप ने मिलकर की थी। वजह थी भाभी और देवर के बीच चल रहा अवैध प्रेम संबंध, जिसका सचिन विरोध कर रहा था।

नशे में धुत पति को मौका समझकर दी वारदात को अंजाम

पुलिस के अनुसार, 11 अगस्त 2025 की रात सचिन नशे की हालत में घर लौटा। खाना खाने के बाद जब वह सोने लगा, तभी मधु और धर्मेंद्र ने मिलकर योजना को अंजाम दिया। धर्मेंद्र ने सचिन का गला घोंट दिया, जबकि पत्नी मधु ने उसके पैर मजबूती से पकड़ रखे थे ताकि वह छटपटा न सके। हत्या के बाद दोनों ने शव को फंदे पर लटकाकर आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की, लेकिन फंदा टूट गया और शव नीचे गिर पड़ा। गिरने से सिर पर गंभीर चोट भी लगी और खून बहने लगा।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोला राज

अगली सुबह 12 अगस्त को बरामदे में शव मिला। गले पर निशान और उंगलियों पर खरोंचें हत्या की ओर इशारा कर रही थीं, लेकिन मधु और धर्मेंद्र पोस्टमार्टम कराने का कड़ा विरोध कर रहे थे। मृतक के साले ने पुलिस का साथ दिया और पोस्टमार्टम कराया गया। रिपोर्ट में साफ लिखा था कि गला घोंटकर हत्या की गई है।

जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि सचिन को पत्नी और छोटे भाई के संबंधों की जानकारी हो गई थी। वह इसका विरोध करने लगा था, जिससे घर में आए दिन झगड़े होने लगे। इसी रंजिश में दोनों ने हत्या की साजिश रची।

चार महीने तक क्यों लटकी रही कार्रवाई?

शुरुआत में पुलिस हत्या और आत्महत्या के बीच उलझी रही। परिवार के शोक और कुछ लोगों के दबाव में पोस्टमार्टम के बाद भी त्वरित कार्रवाई नहीं हुई। कुछ ग्रामीण इसे फिसलकर चोट लगने से मौत बता रहे थे। मामला ठंडा पड़ा रहा, लेकिन मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद अधिकारियों ने संज्ञान लिया और जांच तेज की।

जांच में दोनों पर शक गहराया तो मधु और धर्मेंद्र करीब 15 दिन फरार हो गए। आखिरकार बृहस्पतिवार को पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। हल्का प्रभारी अजहर हसन की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया और साक्ष्यों के आधार पर उन्हें जेल भेज दिया गया।

सात साल पुराना वैवाहिक जीवन, दो मासूम बच्चे

सचिन का विवाह करीब सात साल पहले हुआ था। उसके दो छोटे बच्चे हैं। अविवाहित छोटा भाई धर्मेंद्र के साथ पत्नी मधु के संबंधों ने पूरे परिवार को तहस-नहस कर दिया। सीओ राजीव द्विवेदी ने बताया कि दोनों आरोपियों की भूमिका पूरी तरह स्पष्ट है और मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।

एसओ कुलवीर सिंह ने कहा कि आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। गांव में इस घटना से माहौल गमगीन है और लोग स्तब्ध हैं।

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