चंदौली में चोरों से अकेले भिड़ा 17 साल का मोनू, गोली लगने के बाद भी नहीं छोड़ा Iअस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में दम तोड़ा !

चंदौली हत्याकांड

दिसंबर 15 चंदौली,उत्तर प्रदेश-चंदौली जिले में हिम्मत और बहादुरी की एक ऐसी मिसाल सामने आई है, जो हर किसी का दिल जीत लेगी। सैयदराजा थाना क्षेत्र के दुधारी गांव में रविवार देर रात चोरी करने घुसे 5-6 बदमाशों से अकेले भिड़ गया 17 साल का मोनू कुमार। गोली लगने के बावजूद उसने एक बदमाश को नहीं छोड़ा। गांववालों के पहुंचने तक वह उसे पकड़े रहा, लेकिन अस्पताल जाते समय रास्ते में उसकी जान चली गई।

घटना रात करीब डेढ़ बजे की है। मजदूरी करने वाले मुन्ना राम के घर में बदमाश घुस आए। सभी सो रहे थे। अपराधियों ने घर खंगाला और बक्सा लेकर भागने लगे। तभी मुन्ना के बेटे मोनू की आंख खुल गई। उसने हलचल देखी और बदमाशों पर टूट पड़ा। दौड़कर एक बदमाश को पकड़ लिया।

बाकी बदमाश साथी को छुड़ाने आए। करीब 5 मिनट तक मोनू अकेले उनसे लड़ता रहा। शोर मचाता रहा। फंसता देख एक बदमाश ने पीछे से उसके सीने में गोली मार दी। गोली लगने के बाद भी मोनू ने पकड़े बदमाश को नहीं छोड़ा। गोली की आवाज सुनकर गांववाले दौड़े आए। उन्होंने मोनू के हाथ से बदमाश को पकड़ा और बाद में पुलिस को सौंप दिया।

मोनू को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। पकड़े गए बदमाश से पुलिस ने डायरी, दो मोबाइल और 9 हजार रुपये बरामद किए। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। तीन अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।

मोनू की मौत की खबर से परिवार और गांव में कोहराम मच गया। मुन्ना राम के चार भाई-दो बहनों में मोनू पांचवें नंबर का था। बड़ी बहनें गीता-आरती और बड़े भाई सोनू की शादी हो चुकी है। छोटे भाई करण और अंश रो-रोकर बेहाल हैं।

चंदौली हत्याकांड

सपा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू घटना के बाद परिवार से मिले। उन्होंने चोरी की बढ़ती घटनाओं पर पुलिस को घेरा और कहा ,”गरीब परिवार की मदद जरूरी है, वरना पोस्टमॉर्टम के बाद चक्काजाम करेंगे।”

एएसपी अनंत चंद्रशेखर ने बताया की एक आरोपी गिरफ्तार, तीन हिरासत में। तीन टीमें गठित की गई हैं, जल्द सभी पकड़े जाएंगे। शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।मोनू की बहादुरी पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। एक गरीब परिवार का लड़का चोरों से अकेले लड़ गया – यह हिम्मत हर किसी को प्रेरित करती है।

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