बाराबंकी में सोमवार को एक धार्मिक आयोजन के दौरान पूर्व सांसद और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह को मंच पर संबोधन के बीच दुखद सूचना मिली। राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख संत और पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती का निधन हो गया है। सूचना मिलते ही बृजभूषण ने मंच से गहरा शोक व्यक्त किया और इसे देश, संत समाज तथा सनातन धर्म के लिए अपूरणीय क्षति करार दिया।

बृजभूषण ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि वेदांती जी का निधन दोपहर साढ़े बारह बजे के करीब हुआ। वे न केवल कुशल जनप्रतिनिधि थे, बल्कि प्रख्यात कथावाचक और राम मंदिर आंदोलन के मजबूत स्तंभ थे। उनके विचारों ने लाखों लोगों को सनातन संस्कृति की ओर प्रेरित किया। राजनीति, धर्म और समाज को उनके जाने से गहरा आघात लगा है।

यह घटना बाराबंकी के मंजीठा स्थित खाटू श्याम मंदिर में हुई। कैसरगंज से छह बार सांसद रहे बृजभूषण यज्ञ और पूर्णाहुति के बाद श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। तभी निधन की खबर आई। कार्यक्रम का माहौल गमगीन हो गया। उपस्थित भक्तों ने दिवंगत संत को श्रद्धांजलि दी और कुछ पल मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
संत वेदांती जी का निधन राम मंदिर आंदोलन के एक युग का अंत माना जा रहा है। वे अयोध्या में वशिष्ठ आश्रम के प्रमुख थे और सनातन संस्कृति के सशक्त प्रवक्ता। उनके जाने से संत समाज और राम भक्तों में शोक की लहर है। बृजभूषण जैसे नेताओं का शोक संदेश इस दुख को और गहरा करता है।



