एक मासूम सपना जो घर के आंगन से शुरू हुआ था, आतंक की अंधेरी गलियों में झोंक दिया गया, ये कहानी है उत्तर प्रदेश की उस नाबालिग दलित बेटी की जिसे लालच, धोखे और कट्टरता की साजिश में फंसाया गया 28 जून एक मां, गुड्डी देवी की आँखों से छलकते आंसू और दिल में छुपा डर, जब उसने अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, उस बेटी को दरकशा बानो नाम की महिला ने पैसे और झूठे वादों से फुसलाया, साथ था मोहम्मद कैफ जो उसे प्रयागराज स्टेशन तक छोड़ने गया।

केरल के त्रिशूर में पहुंचते ही लड़की पर दबाव डाला गया धर्म बदलने का इतना ही नहीं आरोपियों ने उसे जिहाद के लिए भी उकसाया और फिर उसे एक ऐसे रास्ते पर धकेलने की कोशिश हुई, जहां से कोई वापसी नहीं होती आतंक का रास्ता लेकिन किस्मत ने साथ दिया… उस बच्ची ने हिम्मत दिखाई और वहां से भाग निकली, पीड़िता किसी तरह आरोपियों के चंगुल से भागकर केरल जंक्शन पर पहुंची, जहां सीडब्ल्यूसी की मदद से उसको वापस केरल से प्रयागराज के फूलपुर लाया गया। ये सिर्फ एक बच्ची की नहीं पूरे समाज की लड़ाई है, कट्टर सोच के खिलाफ।