
उत्तर प्रदेश की सियासत में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहे है बदलते समीकरणो के इन्ही में से एक है सीएम योगी और भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुलाक़ात। बृजभूषण शरण सिंह ने सीएम योगी से मुलाकात की चर्चाएं तो होनी ही थी क्योंकि कल तक वही बृजभूषण शरण सिंह सीएम योगी को लेकर कहते थे समय आएगा तो मिल लेंगे अभी 2023 से मेरा समय खराब चल रहा है फिर अचानक क्या हुआ की बृजभूषण शरण सिंह अचानक 5 कालिदास मार्ग पहुंच गए। बाहर निकल कर उन्होंने इस मुलाक़ात को लेकर इतना कहा कि वो हमारे मुख्यमंत्री हैं हम उनसे मिल सकते हैं।

तो क्या सीएम योगी और बृजभूषण शरण सिंह की मुलाकात औपचारिक थी वह भी ऐसे समय में जब योगी 2 दिन पहले ही गृह मंत्री प्रधानमंत्री से मिलकर दिल्ली से लौटे हो इससे पहले बृजभूषण शरण सिंह को सीएम योगी के विरोधी खेमे में देखा जा रहा था और जिस तरीके से उनके बयान आ रहे थे चाहे वह सरकार की बुलडोजर नीति का विरोध करना हो या फिर पुलिस की एनकाउंटर थ्योरी का विरोध इन सभी मुद्दों पर बृजभूषण बेबाकी से अपनी बात रखते रहे है।
जानकारों का मानना है कि जिस प्रकार से बीते कुछ दिनों से बृजभूषण शरण सिंह योगी से अपने संबंधों को लेकर बोल रहे थे और जगह-जगह अखिलेश यादव की तारीफ कर रहे थे उसको लेकर केंद्रीय नेतृत्व सहज नहीं था और सीएम योगी के दिल्ली दौरे से लौटे ही सीएम योगी और बृजभूषण शरण सिंह की मुलाकात एक बड़े सियासी घटनाक्रम की तरफ इशारा कर रही है।