सोचिए… शादी का मंडप सजा हो, बारात धूमधाम से पहुँची हो, ढोल-नगाड़ों की आवाज गूँज रही हो, रिश्तेदार नाच-गा रहे हों… और ठीक उसी समय, दूल्हे के सामने कोई दूसरा लड़का उठकर दुल्हन की मांग भर दे! जी हाँ… ये किसी फिल्म का सीन नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के बाराबंकी का असली किस्सा है। यहाँ एक दुल्हन ने मंडप में ही दूल्हे को ठुकरा दिया और अपने प्रेमी के साथ सात फेरे लेने की जिद कर दी। अब सवाल ये उठता है – आखिर ऐसा हुआ क्यों? क्या दहेज वजह था? या ये पूरा प्लान पहले से बना हुआ था? चलिए आपको सुनाते हैं ये हैरान कर देने वाली मंडप वाली मोहब्बत की कहानी।
कैसे बदल गई शादी की रस्में?
24 सितंबर की रात। मोहिनी नाम की लड़की की शादी तय थी हैदरगढ़ के रहने वाले विकास सोनी से। सब तैयारियां पूरी थीं, मंडप सज चुका था, रिश्तेदार जमा थे, और दूल्हा 100 से ज्यादा बारातियों के साथ बारात लेकर पहुँच गया। बारात का स्वागत भी जोरदार हुआ, लेकिन जैसे ही द्वारचार की रस्म शुरू होने वाली थी… अचानक सबकुछ बदल गया।
कड़ी दर कड़ी कैसे आया इस कहानी में TWIST?
TWIST NO. 1 – दहेज की मांग
दुल्हन मोहिनी ने खुद बताया – “मुझे विकास पसंद नहीं था, लेकिन पापा की जिद पर शादी के लिए हाँ कर दी। मंडप में अचानक दूल्हे वाले पापा से 1.5 लाख रुपये और 1.5 तोले की सोने की अंगूठी की मांग करने लगे। मेरे पापा मजदूरी करते हैं, वो इतने पैसे कहाँ से लाते?” पैसे न मिलने पर बारात वापस जाने की बात होने लगी। इसी बीच दुल्हन रोने लगी और फिर मंडप में ऐसा धमाका हुआ जिसने सबको हैरान कर दिया।
TWIST NO. 2 – प्रेमी का एंट्री
रोती हुई दुल्हन अचानक अपने प्रेमी शिवांश के पास गई। अब ये शिवांश कौन? असल में शिवांश उसकी बहन का देवर था। यानी घर के ही नजदीकी रिश्ते से जुड़ा हुआ। दुल्हन ने मंडप में ही शिवांश से कहा – “तुम मुझसे शादी कर लो।” और बिना एक पल गँवाए शिवांश ने सबके सामने उसकी मांग में सिंदूर भर दिया। सोचिए, दूल्हे के सामने ही दुल्हन की मांग किसी और ने भर दी!
कैसे मंडप बना रणभूमि?
जैसे ही ये नजारा हुआ, बाराती बिफर पड़े। वहाँ हंगामा शुरू हो गया। दूल्हे के पिता ने लड़कीवालों पर पैसे मांगने का आरोप लगाया, वहीं लड़कीवालों ने दहेज का। बाराती तोड़फोड़ पर उतारू हो गए, लेकिन तभी पुलिस मौके पर पहुँच गई। पुलिस ने दूल्हे और प्रेमी दोनों को हिरासत में लेकर चौकी पहुँचाया।
प्रेमी की स्वीकारोक्ति
पुलिस पूछताछ में शिवांश ने बताया – “हम दोनों तीन साल से एक-दूसरे को जानते थे। घरवाले राजी नहीं थे। जब बारात लौटने लगी तो मोहिनी मेरे पास आई और बोली कि मुझसे शादी कर लो। मैंने उसकी मांग में सिंदूर भर दिया।” यानि अफेयर पहले से चल रहा था, लेकिन मंडप में इसका धमाका हुआ।
बहन का खुलासा
दुल्हन की बहन कोमल ने भी चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने कहा – “मुझे आज ही पता चला कि मेरी बहन और मेरे देवर के बीच तीन साल से अफेयर था। पापा की जिद के कारण बहन चुप रही, लेकिन दहेज की मांग ने सब बदल दिया।”
दूल्हे के पिता का बयान
दूल्हे के पिता ने पूरी तरह से दहेज मांगने से इनकार किया। उनका कहना है – “हमें ही पैसे देने की मांग की गई। हर महिला को 501 रुपए और दूल्हा उतारने के लिए 5001 रुपए मांगे गए। हम मना किए तो लड़कीवालों ने नाटक रचा। हमें छत पर बिठाया गया और नीचे ये सब ड्रामा चला।”
POLICE का रुख
चौकी प्रभारी मिथिलेश चौहान ने बताया कि दोनों पक्षों में समझौता करा दिया गया है। दूल्हा बिना दुल्हन के बारात लेकर लौट गया और फिलहाल माहौल शांत है। तो दोस्तों… ये थी बाराबंकी की वो शादी, जो मंडप में ही टूट गई और एक नया रिश्ता बन गया। अब सवाल ये है कि क्या ये दहेज की वजह से हुआ ड्रामा था? या फिर प्रेम कहानी को सच करने का मौका तलाशा गया? जो भी हो… इस मंडप की कहानी ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है।