एसिड अटैक आरोपी बोला- माफ कर दो साहब, SP ने कहा- अब ऊपर वाला करेगा इंसाफ!

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उत्तर प्रदेश के संभल जिले में उस वक़्त सनसनी फैल गई, जब महिला टीचर पर एसिड फेंकने वाले आरोपी नीशू को पुलिस ने एनकाउंटर में धर दबोचा। 55 घंटे की तलाश के बाद आरोपी पकड़ा गया। पुलिस मुठभेड़ में उसके दोनों पैरों में गोली लगी है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन असली ड्रामा तब हुआ, जब अस्पताल में आरोपी गिड़गिड़ाने लगा— “साहब, एनकाउंटर मत करिए, माफ कर दीजिए।” इस पर संभल SP कृष्ण कुमार बिश्नोई का जवाब और भी सख़्त था—“बेटा, अब हाथ जोड़ने से कुछ नहीं होगा, ऊपर वाला इंसाफ करेगा।”

क्या है पूरा मामला?

अमरोहा का रहने वाला नीशू मंगलवार को इंटर कॉलेज की टीचर पर एसिड फेंककर फरार हो गया था। पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला कि नीशू की मंशा सिर्फ़ एक शादी को रोकने की थी। दरअसल, टीचर की शादी जून में एक आर्मी जवान से तय हुई थी। यह वही जवान था, जिससे नीशू अपनी बहन की शादी कराना चाहता था। लेकिन रिश्ता टूट गया और इसी से नीशू की नफ़रत बढ़ती गई। उसने टीचर को परेशान करना शुरू किया— अश्लील मैसेज, धमकियाँ और बार-बार शादी तोड़ने का दबाव। जब बात नहीं बनी, तो नीशू ने दिनदहाड़े एसिड अटैक कर दिया। टीचर का चेहरा, गला और पेट झुलस गया। डॉक्टरों के मुताबिक़, वह 25% तक झुलस चुकी हैं और फिलहाल प्राइवेट अस्पताल में इलाज जारी है।

एनकाउंटर का ऑपरेशन

पुलिस को गुरुवार देर रात नीशू की लोकेशन एसिड अटैक वाली जगह से 15 किलोमीटर दूर मिली। चेकिंग शुरू हुई तो स्कूटी पर नीशू आता दिखा। रुकने का इशारा किया गया, लेकिन उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में नीशू को पैर में गोली लगी। एनकाउंटर स्पॉट पर चार थानों की पुलिस मौजूद थी। ASP उत्तरी कुलदीप सिंह और CO असमोली कुलदीप कुमार ने पूरे ऑपरेशन की निगरानी की। आरोपी के पास से एक इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी, 315 बोर का तमंचा और कारतूस बरामद किए गए।

पीड़िता का दर्द

अस्पताल में भर्ती टीचर ने कहा— “मैं चाहती हूं कि जैसा दर्द उसने मुझे दिया है, वैसा ही उसे भी मिले। ताकि कोई और लड़की पर ऐसा जुल्म करने से पहले हजार बार सोचे।” उनके मुताबिक़, नीशू लगातार उन्हें मैसेज कर रहा था, शादी तोड़ने की धमकी दे रहा था और उनके होने वाले पति के बारे में गलत बातें फैला रहा था।

आरोपी का बैकग्राउंड

नीशू पहले एक दूध डेयरी में केमिस्ट का काम करता था। पुलिस का मानना है कि उसे ज्वलनशील पदार्थ की जानकारी वहीं से मिली। परिजनों के मुताबिक, नीशू टीचर का मोबाइल नंबर भी आसानी से निकाल लाया क्योंकि उसकी बुआ का घर उसी गांव में है।

यह पूरी घटना कई बड़े सवाल खड़े करती है:

महिलाओं की सुरक्षा: एक टीचर को, जिसने सिर्फ शादी करने का फैसला लिया था, उसकी ज़िंदगी तबाह करने की कोशिश की गई।

सोशल मीडिया और ब्लॉक करने की हकीकत: ब्लॉक करने के बाद भी नीशू लगातार परेशान करता रहा, जिससे पता चलता है कि साइबर उत्पीड़न को कितनी गंभीरता से लेना चाहिए।

कानून का डर: अगर आरोपी को पहले ही कड़ी सज़ा या निगरानी मिलती, तो शायद यह वारदात टल सकती थी।

संभल का यह केस सिर्फ़ एक एसिड अटैक की कहानी नहीं है, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा और समाज में बढ़ते अपराधों पर गहरी चिंता का विषय है। आरोपी ने अपराध किया और जब पुलिस के सामने आया, तो हाथ जोड़कर रहम की भीख माँगने लगा। लेकिन SP का जवाब साफ था—
“अब इंसाफ ऊपर वाला करेगा।”यह घटना एक सख़्त संदेश देती है—
👉 महिलाओं पर जुल्म करने वाले को बचने का कोई रास्ता नहीं है।
👉 और समाज को अब ऐसे अपराधियों के खिलाफ और भी संगठित होकर खड़ा होना होगा।

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