भारत ने एक बार फिर खेलों की दुनिया में बड़ा मुकाम हासिल किया है। साल 2030 के कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी भारत को मिली है और ये प्रतिष्ठित खेल आयोजन गुजरात के अहमदाबाद शहर में आयोजित किया जाएगा। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि यह पूरे देश और खासकर गुजरात के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने लिखा, “अहमदाबाद में 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन होगा — यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और भारत की खेल प्रतिभा को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स की एग्जिक्यूटिव बोर्ड ने 15 अक्टूबर को अहमदाबाद को प्रस्तावित मेजबान शहर के रूप में अनुशंसित किया है। अब इस पर अंतिम मुहर 26 नवंबर को स्कॉटलैंड के ग्लासगो में होने वाली जनरल असेंबली में लगाई जाएगी। अहमदाबाद को चुने जाने से पहले मूल्यांकन समिति ने कई शहरों का विस्तृत अध्ययन किया और बुनियादी ढांचे, सुरक्षा, और खेल सुविधाओं के आधार पर इसे सबसे उपयुक्त पाया गया।
यह आयोजन इसलिए भी खास रहेगा क्योंकि 2030 में कॉमनवेल्थ गेम्स अपने 100 साल पूरे करने जा रहे हैं। इन खेलों की शुरुआत 1930 में कनाडा के हैमिल्टन शहर से हुई थी। ऐसे में भारत के लिए यह अवसर ऐतिहासिक महत्व रखता है
अमित शाह ने जताई खुशी
गृहमंत्री अमित शाह ने भी इस उपलब्धि पर खुशी जताई और इसे देश के लिए “गौरव और उत्साह का दिन” बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने विश्वस्तरीय खेल सुविधाओं का निर्माण किया है और खेल प्रतिभा को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
वहीं, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी इस खबर पर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि “यह गुजरात और पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण है। अहमदाबाद को 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के लिए चुना जाना राज्य की खेल राजधानी बनने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास
अहमदाबाद में हाल के वर्षों में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर में काफी विकास हुआ है। नरेंद्र मोदी स्टेडियम, साबरमती रिवरफ्रंट और मेट्रो कनेक्टिविटी जैसे प्रोजेक्ट्स ने शहर को अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों के लिए तैयार कर दिया है। 2030 में जब दुनिया भर के खिलाड़ी यहां जुटेंगे, तब भारत एक बार फिर अपनी खेल क्षमता और संगठन कौशल का परिचय देगा।