चित्र : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
गुवाहाटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि पूर्वोत्तर के इस राज्य के भारत का अभिन्न अंग होने पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह इस बात से स्पष्ट है कि केंद्र सरकार के विकास कार्य सूर्य की पहली किरण की तरह अरुणाचल और पूर्वोत्तर तक पहले से कहीं अधिक तेजी से पहुंच रहे हैं।
असम ट्रिब्यून को दिए गए एक साक्षात्कार में प्रधानमंत्री से पूछा गया कि चीन कई सालों से अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों पर अपना दावा कर रहा है और कैसे चीन समय-समय पर इस मुद्दे को उठाता रहता है। लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष ने भी इस मामले को लेकर केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर निशाना साधा है।
यह पूछे जाने पर कि क्या राज्य सुरक्षित है और क्या यह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं कि यह भारत के साथ बना रहे, प्रधानमंत्री मोदी ने अखबार को बताया कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है, था और हमेशा रहेगा। आज, विकास कार्य अरुणाचल और पूर्वोत्तर में सूरज की पहली किरणों की तरह पहले से कहीं ज़्यादा तेज़ी से पहुंच रहे हैं।
रिपोर्ट में प्रधानमंत्री के हवाले से कहा गया कि अरुणाचल प्रदेश में करीब 35,000 परिवारों को उनके पक्के घर मिले और 45,000 परिवारों को पेयजल आपूर्ति परियोजना से लाभ मिला। 2022 में, हमने देश के बाकी हिस्सों से हवाई संपर्क बढ़ाने के लिए डोनी पोलो हवाई अड्डे का उद्घाटन किया।
ऊर्जा के मोर्चे पर, दिबांग बहुउद्देशीय परियोजना रोजगार, ऊर्जा और जल संसाधन प्रबंधन में योगदान देगी। हमने करीब 125 गांवों के लिए नई सड़क परियोजनाएं और 150 गांवों में पर्यटन और अन्य बुनियादी ढांचे से जुड़ी परियोजनाएं शुरू की हैं। सरकार ने 10,000 करोड़ रुपये की उन्नति योजना भी शुरू की है जो पूर्वोत्तर क्षेत्र में निवेश और नौकरियों की नई संभावनाएं लेकर आएगी।
चीन ने इस यात्रा को शत्रुतापूर्ण माना था और भारत के समक्ष “राजनयिक विरोध” दर्ज कराया था तथा इस क्षेत्र पर अपना दावा दोहराते हुए कहा था कि ये कदम अनसुलझे सीमा मुद्दे को “केवल जटिल” बनाएंगे।
हाल ही में, कांग्रेस ने इस मुद्दे पर पीएम मोदी पर बार-बार हमला किया है, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन पर आरोप लगाया कि ‘जब चीन भारतीय क्षेत्र में घुसा तो वे सो रहे थे’। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी देश के बारे में नहीं सोचते हैं और गांधी परिवार को गाली देने में व्यस्त हैं, जिसके सदस्यों ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी।