जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने गुरुवार को रिकॉर्ड दसवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में देश के कई दिग्गज नेता मौजूद थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और पार्टी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान जैसे वरिष्ठ नेता समारोह में शामिल हुए और नीतीश के नए कार्यकाल का स्वागत किया।
सरकार की संभावनाओं पर सियासी हलकल
शपथ लेने के बाद उनकी जीत और नई सरकार की संभावनाओं पर सियासी हलकों में उत्साह है। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्विटर (X) पर अपनी बधाई दी, उन्होंने लिखा “श्री नीतीश कुमार जी को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई। आगामी पांच सालों तक अपनी मूल समाजवादी विचारधारा पर आधारित स्वतंत्र शासन व्यवस्था चलाने और जन-हितकारी सकारात्मक कार्य करने के लिए शुभकामनाएं!”
नई सरकार में नामी चेहरे, अनुभवी नेतृत्व
नए मंत्रिमंडल में अनेकों प्रमुख नेता शामिल किए गए हैं। सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने भी उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली – ये दोनों पिछली सरकार में भी इसी भूमिका में थे और अब अपनी जिम्मेदारियों को फिर से संभालेंगे। मंत्रिमंडल में जेडीयू के वरिष्ठ नेता बिजेंद्र प्रसाद यादव को शामिल किया गया है, वहीं निशानेबाज श्रेयसी सिंह और रमा निषाद जैसे नए चेहरों को भी मंत्री बनाया गया है। इसके अलावा तीन ऐसे मंत्री हैं, जो राज्य विधान परिषद (राज्य एसेंबली का ऊपरी सदन) के सदस्य हैं — अशोक चौधरी, दिलीप जायसवाल, और संतोष कुमार सुमन। केंद्र की दो पार्टियों — एलजेपी (चिराग पासवान की पार्टी) और आरएलएम (उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी) — का इस कैबिनेट में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है, जो बताता है कि इस बार जेडीयू ने कैबिनेट रचना में अपनी सैद्धांतिक और संगठनात्मक प्राथमिकताओं को स्पष्ट किया है।
राष्ट्रीय सियासी समर्थन और उम्मीदें
शपथ ग्रहण समारोह में केवल बिहार के ही नेता नहीं, बल्कि एनडीए शासित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी उपस्थित थे। इनमें एन. चंद्रबाबू नायडू (आंध्र प्रदेश) और योगी आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश) जैसे नाम शामिल थे, जो नई सरकार को राष्ट्रीय स्तर पर भी समर्थन और ध्यान दे रहे हैं। पीएम मोदी ने मंत्रिमंडल के हर सदस्य को X (पहले ट्विटर) पर बधाई दी “यह समर्पित नेताओं की एक शानदार टीम है, जो बिहार को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।”
घोषणापत्रों में दिए वादे
समाज में यह उम्मीद है कि नीतीश कुमार की लंबे अनुभव वाली, लेकिन नई ऊर्जा लाने वाली टीम बिहार में विकास, शिक्षा, पानी-सड़क जैसी प्राथमिकताओं पर काम करेगी। चुनावी घोषणापत्रों में दिए वादों के अनुरूप, आने वाला कार्यकाल सशक्त सामाजिक और आर्थिक सुधारों की दिशा में कदम हो सकता है।


