MathuraTrain Accident: मथुरा में बड़ा रेल हादसा, कोयले से लदी मालगाड़ी के 12 डिब्बे पटरी से उतरे, दिल्ली-मुंबई रूट ठप

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मथुरा में बड़ा रेल हादसा
मथुरा में बड़ा रेल हादसा

उत्तर प्रदेश के मथुरा में मंगलवार की रात एक बड़ा रेल हादसा हो गया। कोयले से भरी एक मालगाड़ी के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे देश के सबसे व्यस्त रेल मार्गों में से एक, दिल्ली-मुंबई रूट, पर रेल यातायात घंटों के लिए ठप हो गया। हादसा रात 8 बजकर 24 मिनट पर वृंदावन रोड और अजहाई स्टेशन के बीच हुआ, जो आगरा रेल मंडल के मथुरा-पलवल सेक्शन के अंतर्गत आता है। बातचीत में रेलवे अधिकारियों ने बताया कि हादसे में किसी के घायल या हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन दुर्घटना के कारण डाउन मेन लाइन, अप मेन लाइन और तीसरी लाइन सभी ब्लॉक हो गईं। इसकी वजह से दिल्ली, आगरा, कोटा और मुंबई जाने वाली कई प्रमुख ट्रेनें प्रभावित हुईं।

हादसे के बाद रेलवे का रहत कार्य शुरू

हादसे के बाद रेलवे ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया। कई ट्रेनों को रास्ते में ही रोकना पड़ा, जबकि कुछ को दूसरे रूट से डायवर्ट किया गया। मेवाड़ एक्सप्रेस, गीता जयंती एक्सप्रेस, यूपी संपर्क क्रांति, केरल एक्सप्रेस और कर्नाटक एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें कई घंटों तक प्रभावित रहीं। दिल्ली से रवाना हो चुकी कुछ ट्रेनों को टूंडला रूट से मोड़ दिया गया ताकि यात्रियों को कम परेशानी हो।

चौथी लाइन से ट्रेनों का आंशिक संचालन शुरू

रात लगभग 10 बजे के बाद चौथी लाइन से ट्रेनों का आंशिक संचालन शुरू हुआ। सबसे पहले होशियारपुर एक्सप्रेस को रवाना किया गया, इसके बाद पलवल पैसेंजर और सोगड़िया एक्सप्रेस को धीरे-धीरे चलाया गया। रेलवे की टीमें पूरी रात ट्रैक की सफाई और डिब्बों को हटाने का काम करती रहीं।

दुर्घटना से ट्रेनों के चलने में रोक

इस दुर्घटना के कारण एक दर्जन से अधिक ट्रेनें देरी से चलीं या बीच में रोक दी गईं। रानी कमलापति वंदे भारत और खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी तेज रफ्तार ट्रेनें भी घंटों तक अलग-अलग स्टेशनों पर खड़ी रहीं। पंजाब मेल मथुरा जंक्शन पर ही रुकी रही, जबकि नंदा देवी एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस को धौलपुर और बांदीकुई में रोका गया।

रेलवे के लिए रेस्क्यू टीम के इंतज़ाम

हादसे की जानकारी मिलते ही आगरा रेल मंडल के डीआरएम गगन गोयल और कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। राहत और बहाली कार्य में रेलवे की रेस्क्यू टीम, इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट और ट्रैकमैन पूरी रात जुटे रहे। भारी क्रेन और मशीनों की मदद से पटरी से उतरे डिब्बों को हटाया गया ताकि सुबह तक ट्रेनों की आवाजाही शुरू की जा सके। इसके साथ ही रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए मथुरा, आगरा कैंट, धौलपुर, टूंडला और इटावा स्टेशनों पर हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।

हादसे का कारण

अधिकारियों के अनुसार, यह दुर्घटना संभवतः तकनीकी खराबी या पटरियों की गड़बड़ी के कारण हुई है। प्राथमिक जांच में अनुमान लगाया गया है कि मालगाड़ी के व्हील-बेयरिंग सिस्टम या ट्रैक जॉइंट में समस्या आई थी। हालांकि, रेलवे ने कहा है कि “विस्तृत जांच के बाद ही वास्तविक कारण का पता चल सकेगा।”

रेल यातायात पर बड़ा असर

यह हादसा सौभाग्य से किसी जनहानि के बिना टल गया, लेकिन इससे रेल यातायात पर बड़ा असर पड़ा। रेलवे ने कहा है कि ट्रैक बहाली कार्य तेजी से जारी है और जल्द ही दिल्ली-मुंबई रूट पर सामान्य संचालन शुरू हो जाएगा। यह घटना एक बार फिर रेलवे की सुरक्षा और रखरखाव व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ट्रैक निरीक्षण और मेंटेनेंस सिस्टम को और मजबूत किया जाएगा।

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