उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले से दलित उत्पीड़न का एक मामला सामने आया है। जिसपर अब सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के महासचिव अरुण राजभर ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। घटना कोतवाली क्षेत्र के ग्वालटोली गांव की है। जहां जमीनी विवाद में दलित दंपति का आरोप है कि उनके साथ मारपीट की गई। आरोप में कहा गया है कि उन्हें जूते में पेशाब भरकर पीने के लिए मजबूर किया गया।
इस घटना को लेकर योगी सरकार में मंत्री ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए इस घटना में सपा नेता का हाथ बताया है। उन्होंने कहा, “मैनपुरी में दलित महिला को सपा नेता विजेंद्र यादव ने जूते में भरकर पेशाब पिलाई, वो पूछना ये था ये पीडीए में आता है या नहीं? अखिलेश यादव जी ने अभी ट्वीट नहीं किया जागे है या सोए है।”

गौरतलब है कि इस मामले में दलित दंपत्ति ने मैनपुरी जिला कार्यालय में आरोप लगाया है कि तहसीलदार द्वारा मापी होने के बाद जमीन पर उन्हें कब्जा मिला था लेकिन दबंगों ने उस पर कब्जा नहीं होने दिया। इसके उलट उन्हें जातिसूचक गालियां भी दी गईं। वहीं कलक्ट्रेट और एसपी कार्यालय में पीड़ित महिला ने अपने पति के साथ शिकायती पत्र दिया है।
महिला का कहना है कि जब तहसीलदार की मापजोख के बाद वो जमीन पर नींव खोदने का कार्य शुरू कर रहे थे, तभी गांव के ही विजेंद्र उर्फ टिंकू एवं शीलेश पुत्र श्रीचंद यादव, सुषमा पत्नी विजेंद्र और सनी पुत्र छोटेलाल यादव ने वहां आकर उन्हें धमकाने लगे और गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी। इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है।