लखनऊ के गाजीपुर इलाके में स्थित बस्तौली गांव में एक चौंकाने वाली घटना घटी। घर की छत पर टिन की छत के नीचे खेल रही तीन साल की छोटी बच्ची लक्ष्मी के सिर में अचानक गोली लग गई। गोली का स्रोत अभी तक अज्ञात है, न तो यह पता चल सका कि वह कहां से आई और न ही किसने चलाई। सौभाग्य से टिन की छत को भेदकर आने से गोली की स्पीड काफी कम हो चुकी थी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
घटना कैसे घटी?
बच्ची के पिता रमेश के मुताबिक, लक्ष्मी अपने बड़े भाइयों – 8 साल के सौभाग्य और 7 साल के हिमांश – के साथ छत पर मस्ती कर रही थी। अचानक तेज धमाके जैसी आवाज हुई और बच्ची के सिर से खून बहने लगा। परिवार वाले दहशत में आ गए और फौरन उसे नजदीकी प्राइवेट अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने इसे साधारण जख्म समझकर सिलाई कर दी और घर भेज दिया।
लेकिन रात को हालत और खराब हो गई। परिजन बच्ची को लोहिया अस्पताल ले गए, जहां जांच में खुलासा हुआ कि सिर के अंदर गोली धंसी हुई है। वहां बेड न मिलने पर उसे केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर शिफ्ट किया गया। सीटी स्कैन के बाद डॉक्टरों की टीम ने करीब पांच घंटे की जटिल ऑपरेशन करके गोली बाहर निकाल ली। अभी बच्ची आईसीयू में है और डॉक्टरों ने उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई है।

परिवार का दर्द और अस्पताल पर सवाल
बच्ची के दादा विक्की ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि पड़ोसियों ने भी सुना। ऊपर पहुंचकर देखा तो खून से लथपथ बच्ची रो रही थी। परिवार का आरोप है कि पहला अस्पताल अगर एक्स-रे या स्कैन करता तो समस्या पहले पता चल जाती और इलाज जल्द शुरू हो जाता।
पुलिस के लिए बना रहस्य
परिजनों ने गाजीपुर पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और छत की जांच की, जहां टिन में गोली का सुराख मिला। आसपास के घरों में पूछताछ की गई, लेकिन किसी के पास वैध हथियार नहीं निकला। पुलिस हर कोण से छानबीन कर रही है – क्या यह हवाई फायरिंग थी या कोई और वजह। अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।




