राजस्थान की राजधानी जयपुर के हरमाड़ा थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह एक भयावह सड़क हादसा हुआ जिसने पूरे शहर को दहला दिया। बताया जा रहा है कि लोहा मंडी रोड (14 नंबर) पर लोहे से भरा एक अनियंत्रित डंपर ब्रेक फेल होने के बाद बेकाबू हो गया। उसने पहले एक कार को जोरदार टक्कर मारी और फिर पलटकर तीन अन्य वाहनों और करीब 15-20 बाइक सवारों पर जा गिरा। इस भीषण हादसे में 13 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 15-20 लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। कई लोग मलबे में फंसे हुए थे जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया।
कैसे हुआ हादसा?
सुबह करीब 8 बजे लोहे से लदा डंपर (RJ-14-GA-XXXX) तेज रफ्तार से लोहा मंडी रोड पर दौड़ रहा था। अचानक चालक ने ब्रेक लगाए, लेकिन ब्रेक फेल होने से वाहन अनियंत्रित हो गया। डंपर ने सबसे पहले एक स्विफ्ट कार को जोरदार टक्कर मारी, जिसमें पांच लोग सवार थे। कार बुरी तरह चकनाचूर हो गई और डंपर पलटकर दो अन्य कारों और एक ऑटो पर गिर गया। इससे चेन रिएक्शन हुआ और 10 से अधिक वाहन आपस में टकरा गए। सड़क पर चल रहे कई बाइक सवार और पैदल यात्री भी इसकी चपेट में आ गए।
राहत और बचाव कार्य जारी
घटना की जानकारी मिलते ही हरमाड़ा थाना पुलिस, SDRF और मेडिकल टीमें मौके पर पहुंचीं। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को मलबे से बाहर निकाला गया और ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उन्हें SMS अस्पताल पहुंचाया गया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर तुरंत संज्ञान लेते हुए डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को राहत कार्य की निगरानी का निर्देश दिया। पुलिस ने क्रेन की मदद से पलटे डंपर को हटाया और क्षतिग्रस्त वाहनों को किनारे करवाया, ताकि ट्रैफिक सुचारू हो सके।
चालक फरार, जांच जारी
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई गई है कि डंपर चालक शराब के नशे में था और वाहन पर नियंत्रण खो बैठा। हादसे के बाद वह मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश की जा रही है। पुलिस मृतकों की पहचान कर रही है और घायलों की स्थिति पर लगातार नजर रख रही है।
नेताओं ने जताया दुख
इस दर्दनाक हादसे पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, डिप्टी सीएम दीया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और हनुमान बेनीवाल सहित कई नेताओं ने गहरा दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घायलों के इलाज में कोई कोताही न बरती जाए। राज्यपाल ने मृतकों की आत्मा की शांति और परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है। यह हादसा एक बार फिर तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग के खतरों की याद दिलाता है। प्रशासन अब जांच कर रहा है कि क्या यह तकनीकी खराबी थी या मानवीय लापरवाही।


