चित्र : ग़ज़ा में युद्ध की फाइल तस्वीर।
ग़ज़ा। शुक्रवार को मध्य ग़ज़ा में भारी इजरायली गोलीबारी की खबर है, जबकि इस महीने सीरिया में हुए हमले में दो ईरानी जनरलों की मौत के बाद ईरान द्वारा जवाबी कार्रवाई की धमकी दिए जाने के बाद क्षेत्रीय तनाव बढ़ गया है।
छह महीने से चल रहे युद्ध को रोकने के उद्देश्य से संघर्ष विराम वार्ता के लंबे समय तक चलने के बीच, इस बात की आशंका है कि ईरान जल्द ही इजरायल पर हमला कर सकता है, जिसके कारण फ्रांस ने अपने नागरिकों को इस क्षेत्र की यात्रा से बचने की सलाह दी है।
समाचार एजेंसी एएफपी को 61 वर्षीय मोहम्मद अल-रयेस ने बताया कि वह मध्य ग़ज़ा के नुसेरात में रात को इजरायली ‘हवाई हमलों और तोपखाने की गोलाबारी से बचकर भागे। वहां सब कुछ आग और विनाश से भरा था, बहुत सारे शहीद सड़कों पर पड़े थे। रात भर गोले और मिसाइलें गिरती रहीं।
इज़रायल ने पिछले सप्ताह कई महीनों की लड़ाई के बाद तबाह हुए खान यूनिस शहर से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया था, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि वे मिस्र की सीमा के पास राफा में हमास के आतंकवादियों के खिलाफ अभियान की तैयारी कर रहे थे।
हमास शासित तटीय फिलिस्तीनी क्षेत्र के अधिकारियों ने शुक्रवार को ग़ज़ा के मध्य क्षेत्र में दर्जनों नए हवाई हमलों की सूचना दी। हमास मीडिया कार्यालय ने कहा कि ‘अल-तबातिबी परिवार के घर पर हवाई हमले के बाद’ 25 लोगों को डेर अल-बलाह शहर के अस्पताल में ले जाया गया।
तो वहीं, इज़रायल की सेना ने कहा कि उसके विमानों ने पिछले दिन ग़ज़ा में 60 से अधिक हमास आतंकवादियों पर हमला किया। युद्ध की शुरुआत 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल के खिलाफ किए गए अभूतपूर्व हमले से हुई, जिसके परिणामस्वरूप इजरायली आंकड़ों के अनुसार 1,170 लोग मारे गए, जिनमें से अधिकांश नागरिक थे।