कोई टीचर रोज़ाना बच्चों को पढ़ाती है, अपने परिवार के लिए मेहनत करती हैं। लेकिन वो जगह, जहाँ उसको सुरक्षा और भरोसा होना चाहिए, अचानक सबसे खतरनाक बन जाए, तो क्या होगा…दरअसल मैनपुरी के सुदिति ग्लोबल एकेडमी में कुछ ऐसा ही हुआ। यह कहानी है उस महिला टीचर की, जिसने अपने स्कूल के MD और PA पर गंभीर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। और यह मामला इतना गंभीर है कि सुनकर आप भी हक्का-बक्का रह जाएंगे।
क्या है पूरा मामला?
पीड़िता हरियाणा के गुरुग्राम की रहने वाली हैं। 19 जनवरी 2025 को उन्होंने स्कूल में नौकरी शुरू की, सैलरी थी 32,500 रुपए। साथ ही अपनी बड़ी बेटी का दाखिला भी इसी स्कूल में कराया। शुरुआत में सब ठीक था, लेकिन धीरे-धीरे स्कूल के MD लव मोहन और उनके PA शिवम की हरकतें बढ़ने लगीं। सबसे पहले लव मोहन ने टीचर को होम साइंस की बजाय Financial Markets Management पढ़ाने का दबाव डाला।
जब टीचर ने मना किया, तो परेशान करना शुरू कर दिया गया।
पहला बड़ा आरोप – MD पर
टीचर ने बताया कि 12 जुलाई 2025 को MD ने उन्हें अपने केबिन में बुलाया।
उन्होंने कहा –
“आज तुम्हें मुझे खुश करना पड़ेगा।”
टीचर डर के साथ पूछती हैं –
“कैसे?”
लेकिन लव मोहन उनके कंधे पर हाथ रख लेते हैं और उनके प्राइवेट पार्ट को टच करते हैं।
टीचर ने जोर से चिल्लाया और धक्का देकर केबिन से बाहर भागी।
हॉस्टल जाकर वह रोने लगी।
लेकिन MD ने धमकी दी –
“अगर तुमने ये बात किसी को बताई, तो हम तुम्हें और तुम्हारी बच्ची को स्कूल से निकाल देंगे।”
जब उन्होंने स्कूल मालिक के पिता राम मोहन से शिकायत की, तो बताया गया कि वह वहाँ नहीं हैं।
PA ने भी किया गंदा काम
पीड़िता के अनुसार, PA शिवम ने भी धमकी और गलत हरकतें की।
उन्होंने कहा –
“अगर तुमने वैसा नहीं किया जैसा मैंने कहा, तो मैं तुम्हारी शिकायत कर दूंगा।”
इस सब के कारण पीड़िता डिप्रेशन में चली गई। 18 अगस्त 2025 को उन्होंने मेडिकल लीव लेकर गुरुग्राम घर आ गईं। इसके बाद भी शिवम ने उन्हें बुलाया और धमकी दी। टीचर अपने पति के साथ स्कूल गईं, वहाँ उन्हें सैलरी का हिसाब देकर निकाला गया।
FIR दर्ज – आखिरकार न्याय की उम्मीद
22 सितंबर 2025 को पीड़िता ने गुरुग्राम शिवाजी नगर थाने में जीरो FIR दर्ज कराई। FIR मैनपुरी के दन्नाहार थाना को भेजी गई। हालाँकि, दन्नाहार पुलिस कह रही है कि उन्हें FIR की कॉपी अभी नहीं मिली। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। स्कूल के MD और उनके पिता का फोन भी स्विच ऑफ है। पुलिस कुछ कहने से बच रही है क्योंकि मामला रसूखदार स्कूल संचालक से जुड़ा है।
आरोपों की गंभीरता
- MD ने टीचर को केबिन में बुलाकर शारीरिक उत्पीड़न किया। PA ने भी धमकी और गंदी हरकतें कीं। पीड़िता की मानसिक स्थिति बिगड़ गई और वह डिप्रेशन में चली गईं। स्कूल ने धमकी देकर उन्हें निकाल दिया। यह सब सुनकर कोई भी शॉक में आ जाए। सोचिए, जहाँ हम अपने बच्चों को पढ़ाने भेजते हैं, वहाँ शिक्षक ही डर और डरावने हालात झेल रहे हों। यह कहानी हमें याद दिलाती है कि कानून और सुरक्षा की कितनी जरूरत है। अब सवाल उठता है – क्या पुलिस और प्रशासन इस मामले में सही कार्रवाई करेंगे? क्या पीड़िता को न्याय मिलेगा, या फिर दबंग स्कूल संचालक बच जाएंगे?