भारत ने बीते 11 वर्षों में जो प्रगति की है, वह केवल आर्थिक या तकनीकी विकास की कहानी नहीं है, बल्कि यह सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण की मिसाल बन चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास को अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने का संकल्प न सिर्फ लिया गया, बल्कि उसे ज़मीनी हकीकत में भी बदला गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कई बड़े बदलाव देखने के मिले जिनका मुख्य उद्देश्य था– विकसित भारत का निर्माण, गरीबों की सेवा, और सुशासन की स्थापना। पिछले 11 वर्षों में BJP सरकार ने इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कई योजनाओं और नीतियों को लागू किया, जिससे न सिर्फ देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली, बल्कि गरीब और वंचित वर्गों के जीवन में भी सुधार आया।

सेवा और गरीब कल्याण
BJP सरकार ने अपने पहले ही कार्यकाल से गरीबों की भलाई को प्राथमिकता दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘गरीब कल्याण योजनाओं’ को जन-जन तक पहुँचाने का काम किया। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना जैसे कार्यक्रमों ने गरीबों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का रास्ता खोला, जहां गरीब परिवारों को मुफ्त इलाज मिल रहा है। इस योजना के तहत 10 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को स्वास्थ्य कवर प्रदान किया गया, जिससे लाखों लोगों को सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएँ प्राप्त हुईं।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना भी एक प्रमुख योजना है, जिसने गरीब महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन प्रदान किया। इस योजना ने लाखों घरों में साफ-सुथरी ऊर्जा का उपयोग सुनिश्चित किया और महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा दिया।
सुशासन और प्रशासनिक सुधार
BJP सरकार ने सुशासन को लेकर कई अहम कदम उठाए। डिजिटलीकरण के माध्यम से सरकारी सेवाओं को लोगों तक पहुँचाने का काम किया गया। इससे सरकारी योजनाओं के लाभ सीधे नागरिकों तक पहुंचे और बिचौलियों की भूमिका खत्म हो गई। प्रधानमंत्री आवास योजना और स्वच्छ भारत मिशन जैसी योजनाओं ने न केवल शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं को बेहतर किया, बल्कि लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी किया।
इसके साथ ही, सरकार ने नकली माल और कालाबाजारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। GST (वस्तु और सेवा कर) जैसे सुधार ने कर प्रणाली को पारदर्शी और सरल बना दिया। इससे कारोबारियों को राहत मिली और सरकारी खजाने में भी वृद्धि हुई।
आर्थिक विकास और आत्मनिर्भर भारत
आर्थिक दृष्टिकोण से भी BJP सरकार ने बड़े कदम उठाए। मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों ने देश में उद्योगों के विकास को गति दी। इन पहलों ने न केवल विदेशी निवेश को आकर्षित किया, बल्कि भारतीय कंपनियों और उत्पादों को वैश्विक बाजार में भी पहचान दिलाई।
सरकार ने उधारी और कर्ज को नियंत्रित करने के साथ-साथ नौकरी सृजन और रोज़गार के अवसर भी बढ़ाए। प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने मूल्य आधारित सुधार को प्राथमिकता दी और आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में कई नीतियों को लागू किया।
विदेश नीति और भारत की वैश्विक स्थिति
BJP सरकार ने अपनी विदेश नीति को भी नया दिशा दिया। भारत अब वैश्विक मंच पर और भी सशक्त तरीके से अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहा है। दक्षिण एशिया, पूर्वी एशिया, और पश्चिमी देशों के साथ मजबूत रिश्ते स्थापित किए गए हैं। भारत ने विकसित देशों के साथ मिलकर कई बाय-लैटरल समझौतों को साकार किया और अपनी विदेश नीति को आर्थिक, सुरक्षा और रणनीतिक दृष्टिकोण से मजबूती प्रदान की।
डिजिटल इंडिया और शिक्षा में सुधार
BJP सरकार ने डिजिटल इंडिया का सपना देखा और उसे साकार किया। आधार कार्ड से लेकर डिजिटल लेन-देन तक, सरकार ने देश को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की दिशा में कई कदम उठाए। ई-गवर्नेंस ने लोगों के बीच सरकारी सेवाओं तक पहुँच को और आसान बना दिया।
इसके अलावा, शिक्षा क्षेत्र में भी सुधार हुए। सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) को लागू किया, जिसके द्वारा शिक्षा प्रणाली को और अधिक समावेशी और प्रौद्योगिकी-आधारित बनाया गया।