कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा योजना है, जो उन्हें भविष्य के लिए आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है। EPFO के माध्यम से कर्मचारियों की सैलरी से हर महीने कुछ राशि उनके भविष्य निधि (PF) खाते में जमा की जाती है। इस खाते से जुड़े सभी लेनदेन और बैलेंस की जानकारी के लिए EPFO प्रत्येक सदस्य को एक यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) प्रदान करता है। यह 12 अंकों का एक यूनिक नंबर होता है, जो कर्मचारी के पूरे रोजगार जीवन में एक ही रहता है।
EPF सेवा की प्रक्रिया
EPF सेवाओं का लाभ उठाने के लिए UAN का एक्टिवेशन बेहद जरूरी होता है। बिना इसे एक्टिव किए कर्मचारी अपने PF बैलेंस की जानकारी या क्लेम सेटलमेंट जैसी ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग नहीं कर पाते। अच्छी बात यह है कि EPFO ने इसे एक्टिव करने की प्रक्रिया को बेहद सरल बना दिया है, जिसे कोई भी कर्मचारी सिर्फ 6 आसान चरणों में पूरा कर सकता है।
जानें, कैसे करें UAN एक्टिवेशन –
- सबसे पहले EPFO की आधिकारिक वेबसाइट https://www.epfindia.gov.in पर जाएं।
- होम पेज पर “Important Links” सेक्शन में दिए गए ‘Activate UAN’ विकल्प पर क्लिक करें।
- इसके बाद नए पेज पर मांगी गई जानकारी भरें — UAN नंबर, आधार नंबर, जन्मतिथि और आधार से लिंक मोबाइल नंबर।
- इसके बाद OTP वेरिफिकेशन के विकल्प पर क्लिक करें।
- “Get PIN and Receive OTP” पर क्लिक करने के बाद मोबाइल पर एक OTP आएगा।
- OTP डालते ही आपका UAN एक्टिवेट हो जाएगा।
UAN पोर्टल
एक्टिवेशन के बाद कर्मचारी अपने UAN पोर्टल में लॉगिन करके PF बैलेंस देख सकते हैं, पासबुक डाउनलोड कर सकते हैं और क्लेम सेटलमेंट जैसी अन्य सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
सेटलमेंट की सुविधा
EPFO अब कर्मचारियों को फुल सेटलमेंट की सुविधा भी दे रहा है। यह सुविधा केवल उन्हीं कर्मचारियों के लिए है जिन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी है। हालांकि, फुल सेटलमेंट की प्रक्रिया सामान्य क्लेम की तुलना में थोड़ी लंबी होती है।
EPFO नियोक्ताओं
इसके अलावा, EPFO ने नियोक्ताओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की है। संगठन के अनुसार, 1 जुलाई 2017 से 31 अक्टूबर 2025 के बीच काम करने वाले सभी पात्र कर्मचारियों को नियोक्ता अपने प्रतिष्ठान में नामांकित कर सकते हैं। यह योजना कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। इस प्रकार, EPFO के जरिए कर्मचारी न केवल अपनी बचत सुनिश्चित कर सकते हैं, बल्कि डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने फंड की पूरी पारदर्शिता भी हासिल कर सकते हैं।


