दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, शनिवार सुबह 11 बजे तक आनंद विहार में सबसे ज्यादा वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 387 दर्ज किया गया, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। वहीं, बवाना में एक्यूआई 312 दर्ज किया गया। इन इलाकों में हवा में मौजूद प्रदूषक तत्वों की मात्रा सामान्य से कई गुना अधिक पाई गई है।
दिल्ली के अन्य क्षेत्रों में स्थिति खतरनाक
दिल्ली के अन्य क्षेत्रों की बात करें तो आईजीआई एयरपोर्ट (टी3) पर एक्यूआई 206, बुराड़ी क्रॉसिंग पर 272, चांदनी चौक में 261, आईटीओ पर 274 और लोधी रोड पर 200 रिकॉर्ड किया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति खास तौर पर उन लोगों के लिए खतरनाक है जिन्हें पहले से श्वास संबंधी बीमारियां हैं, जैसे अस्थमा, सीओपीडी या टीबी।
प्रदूषण स्तर में तेज़ी से बढ़ोतरी
गाजियाबाद के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. शरद जोशी ने कहा कि हाल के दिनों में प्रदूषण स्तर में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है। उनके अनुसार, प्रदूषित हवा के संपर्क में आने से खांसी, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और सीने में दर्द जैसी दिक्कतें बढ़ सकती हैं। उन्होंने लोगों को सलाह दी है कि जरूरत न होने पर बाहर निकलने से बचें और बाहर जाते समय एन-95 या डबल सर्जिकल मास्क का इस्तेमाल करें।
सीपीसीबी का मानक
सीपीसीबी के मानकों के अनुसार, एक्यूआई 0 से 50 तक “अच्छा”, 51 से 100 “संतोषजनक”, 101 से 200 “मध्यम”, 201 से 300 “खराब”, 301 से 400 “बहुत खराब” और 401 से 500 “गंभीर” श्रेणी में माना जाता है।
हवा में धूल और धुएं की मात्रा लगातार बढ़ रही हैं
दिवाली से पहले ही दिल्ली की हवा जहरीली हो चुकी है। पटाखों, वाहन उत्सर्जन और आसपास के राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं के कारण हवा में धूल और धुएं की मात्रा लगातार बढ़ रही है। इसके चलते लोगों को सुबह और शाम के समय स्मॉग की परत नजर आ रही है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में यदि हालात ऐसे ही रहे तो एक्यूआई “गंभीर” श्रेणी में पहुंच सकता है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पटाखों से परहेज करें और अधिक से अधिक सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें।