देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों की भूटान यात्रा पूरी कर सोमवार 12 नवंबर को भारत लौट आए। लेकिन दिल्ली पहुंचते ही उन्होंने अपने आवास जाने के बजाय सीधे LNJP (लोक नायक जयप्रकाश) अस्पताल का रुख किया। यहां उन्होंने हाल ही में हुए दिल्ली कार ब्लास्ट में घायल लोगों से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। पीएम मोदी ने घायलों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया और अस्पताल में तैनात डॉक्टरों और मेडिकल टीम से भी विस्तार से चर्चा की।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी यात्रा की जानकारी देते हुए लिखा – “दिल्ली में हुए बम विस्फोट में घायल हुए लोगों से मिलने LNJP अस्पताल गया। सभी के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।” उनके इस कदम की देशभर में सराहना की जा रही है। लोगों ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह मानवीय रुख संकट की घड़ी में घायलों के लिए हौसला बढ़ाने वाला है।
दिल्ली पुलिस की जांच
जानकारी के मुताबिक, लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास 10 नवंबर को एक कार में हुए धमाके में कई लोग घायल हुए थे। धमाका इतना जोरदार था कि आसपास खड़ी गाड़ियों के शीशे तक टूट गए थे। दिल्ली पुलिस की जांच में शुरुआती तौर पर इसे साजिशन हमला बताया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने UAPA (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) की धारा 16 और 18, विस्फोटक अधिनियम, और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
NIA के हाथ में सौपी जांच
केंद्र सरकार ने इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी है। एनआईए की टीम ने घटनास्थल से कई साक्ष्य जुटाए हैं और फॉरेंसिक जांच जारी है। वहीं, सुरक्षा एजेंसियां इस धमाके के पीछे किसी आतंकी मॉड्यूल या विदेशी नेटवर्क की भूमिका की भी जांच कर रही हैं।
देश की सुरक्षा पर खिलवाड़
भूटान दौरे के दौरान भी पीएम मोदी ने इस घटना का जिक्र करते हुए कहा था कि “दिल्ली कार ब्लास्ट मामले में किसी भी षड्यंत्रकारी को बख्शा नहीं जाएगा। देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को कठोरतम सजा दी जाएगी।” सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आज देर शाम इस मामले को लेकर एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक भी बुलाई गई है, जिसमें गृह मंत्री, एनएसए, और खुफिया एजेंसियों के प्रमुख शामिल होंगे।
घायलों के प्रति संवेदना
सरकार इस हमले को लेकर बेहद गंभीर है और सुरक्षा एजेंसियों को पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ करने के निर्देश दिए गए हैं। यह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम न केवल घायलों के प्रति संवेदना का प्रतीक है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि देश की सुरक्षा और नागरिकों की रक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।


