अरब सागर में बना इस मौसम का पहला समुद्री तूफान “शक्ति” लगातार तेज़ी पकड़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह तूफान शनिवार सुबह उत्तर-पूर्वी अरब सागर में केंद्रित था और अगले 24 घंटों में और अधिक तीव्र होकर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। मौसम वैज्ञानिकों ने हालांकि बताया है कि भारतीय भूभाग पर इसका कोई गंभीर असर नहीं होगा, लेकिन समुद्र से सटे राज्यों में इसका असर दिखाई देगा।
IMD ने जारी किया रिपोर्ट
IMD की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, तूफान इस समय द्वारका से 420 किलोमीटर पश्चिम, नलिया से 420 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम और पाकिस्तान के कराची से 390 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में स्थित है। तूफान की वर्तमान गति 90–100 किलोमीटर प्रति घंटा है, और झोंकों की रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच रही है। अगले 24 घंटों में यह तूफान और तेज़ होकर 120–135 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ सकता है।
तेज़ हवा और समुद्री लहरों की संभावना
IMD ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 4 से 7 अक्टूबर तक गुजरात और उत्तर महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में तेज़ हवाओं और ऊँची समुद्री लहरों की संभावना है। समुद्र की स्थिति अत्यंत खतरनाक बनी रहेगी। मछुवारों को इस दौरान समुद्र में नहीं जाने की सख्त सलाह दी गई है।
गुजरात के जिलों में तूफान के आसार
गुजरात के तटीय जिलों में द्वारका, ओखा, पोरबंदर, नालिया, जखाऊ और कच्छ में तूफान के असर की संभावना सबसे अधिक है। वहीं उत्तर महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में भी तेज़ हवाएं और भारी बारिश हो सकती है। गोवा, कर्नाटक और केरल के उत्तरी तटीय हिस्सों में तूफान का सीधा असर नहीं होगा, लेकिन अरब सागर में ऊँची लहरों और तेज़ हवाओं के कारण समुद्र में स्थिति खतरनाक रहेगी।
मौसम विभाग ने दी हिदायत
लक्षद्वीप, दमन-दीव और दादरा-नगर हवेली के तटीय क्षेत्रों में भी समुद्री तूफान के असर को लेकर सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। मौसम विभाग ने समुद्र में काम करने वाले सभी मछुआरों, जल यात्री और तटीय निवासियों को सचेत रहने की हिदायत दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि “शक्ति” तूफान अभी प्रारंभिक चरण में है, लेकिन इसकी गति और शक्ति में बढ़ोतरी होने की संभावना है। लोगों को अपडेट्स लगातार चेक करते रहना चाहिए और आपात स्थिति की तैयारी पहले से कर लेनी चाहिए।