चित्र : कांग्रेस महासचिव (कम्युनिकेशन) जयराम रमेश।
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा ईवीएम वोटों का वोटर वेरिफ़िएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) पर्चियों से 100% क्रॉस वेरिफिकेशन की मांग, करने वाली सभी याचिकाओं को खारिज किए जाने के बाद, कांग्रेस ने खुद को इस मामले से अलग कर लिया है।
सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिकाओं में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पक्षकार नहीं है। कांग्रेस महासचिव (कम्युनिकेशन) जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा, ‘हमने दो जजों की बेंच के फ़ैसले पर ध्यान दिया है और चुनावी प्रक्रिया में जनता का भरोसा बढ़ाने के लिए वीवीपीएटी के ज़्यादा इस्तेमाल पर हमारा राजनीतिक अभियान जारी रहेगा।’
बाद में एक अन्य पोस्ट में रमेश ने ईवीएम फैसले के संबंध में विपक्ष पर पीएम मोदी के हमले का जवाब देते हुए दोहराया कि कांग्रेस का सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिकाओं से कोई लेना-देना नहीं है। फिर भी, पीएम का कहना है कि वीवीपैट पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला विपक्ष के लिए एक करारा तमाचा है और हमें देश से माफ़ी मांगनी चाहिए।
याद रखें कि कुछ हफ़्ते पहले सुप्रीम कोर्ट ने भ्रष्टाचार से भरी चुनावी बॉन्ड योजना को न केवल अवैध बल्कि असंवैधानिक घोषित करके पीएम को एक और करारा तमाचा मारा था” और इस बात पर ज़ोर दिया कि वास्तव में पीएम को देश से माफ़ी मांगनी चाहिए।