दिल्ली में इस बार छठ पूजा को लेकर सरकार ने कई अहम फैसले किए हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घोषणा की है कि राजधानी में पहली बार छठ पूजा के अवसर पर डेढ़ दिन की छुट्टी दी जाएगी। इसके तहत 27 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे के बाद सभी सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे, जबकि 28 अक्टूबर को पूरे दिन की छुट्टी घोषित की गई है। अब तक दिल्ली में छठ के लिए केवल एक दिन की छुट्टी दी जाती थी, लेकिन इस बार सरकार ने उस दायरे को बढ़ाकर श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखा है।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने छठ पूजा से जुड़ा एक और बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि साल 2021 में छठ पूजा के दौरान दर्ज की गई सभी FIR वापस ली जाएंगी। उस समय सार्वजनिक अवज्ञा के आरोप में दिल्ली पुलिस ने धारा 188 के तहत कई लोगों पर मुकदमे दर्ज किए थे। अब सरकार ने तय किया है कि सभी शिकायतें और केस वापस लिए जाएंगे, ताकि किसी भी श्रद्धालु को पुरानी कार्रवाई की वजह से परेशानी न हो।
दिल्ली में तैयार होंगे 1300 छठ घाट
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बार दिल्ली में करीब 1300 छठ घाट बनाए गए हैं, जिनमें से 17 प्रमुख घाट होंगे। राजधानी के हर इलाके में एक-एक घाट की व्यवस्था की जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं को पास में ही पूजा करने की सुविधा मिले। साथ ही, यमुना नदी के किनारे भी पूजा की अनुमति दी गई है, लेकिन यहां किसी भी प्रकार का विसर्जन या प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधि पर सख्त रोक रहेगी। घाटों को सजाने-संवारने का काम तेजी से चल रहा है। हर घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, लाइटिंग व्यवस्था और भव्य एंट्री गेट बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ का पर्व दिल्ली की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा बन चुका है, और सरकार इसे पूरी श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाएगी।
यमुना की सफाई और जल गुणवत्ता पर फोकस
सरकार ने यमुना नदी की सफाई को लेकर विशेष अभियान चलाया है। जलकुंभी हटाने और पानी की गुणवत्ता सुधारने के लिए दिल्ली जल बोर्ड (DJB) की टीम हर दो घंटे में सैंपल लेकर जांच कर रही है। इसके अलावा, हरियाणा सरकार से अतिरिक्त पानी भी मांगा गया है ताकि घाटों पर पर्याप्त जल स्तर बना रहे।
सुविधाएं और सुरक्षा व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी घाटों पर मेडिकल सर्विस, डॉक्टरों की टीम, शौचालय, और साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था रहेगी। हर नगर निगम क्षेत्र में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है जो व्यवस्था की निगरानी करेगा। व्रतियों की सुविधा के लिए सिंगल विंडो सिस्टम भी बनाया गया है। पूजा के दौरान पुष्प वर्षा, भोजपुरी और मैथिली सांस्कृतिक कार्यक्रम, और स्थानीय कलाकारों के प्रदर्शन से माहौल को उत्सवमय बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ पूजा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि यह दिल्ली की सामाजिक एकता और संस्कृति का उत्सव भी है।


