CBSE Board Exam 2026: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं की संभावित डेटशीट जारी कर दी है। कक्षा 10 की परीक्षाएं मंगलवार, 17 फरवरी 2026 से शुरू होकर 18 मार्च 2026 तक चलेंगी। वहीं, कक्षा 12 की सीनियर स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा 17 फरवरी 2026 से शुरू होकर 4 अप्रैल 2026 को समाप्त होगी। इस बार बोर्ड परीक्षाओं में 45 लाख से अधिक छात्रों के शामिल होने की संभावना है।
कक्षा 10वीं के लिए नई प्रणाली
इस वर्ष सीबीएसई ने कक्षा 10 के छात्रों के लिए एक बड़ा सुधार लागू किया है। पहली बार “दो-बोर्ड परीक्षा प्रणाली” की शुरुआत की गई है। इस व्यवस्था के तहत यदि कोई छात्र किसी विषय में असफल हो जाता है या किसी कारणवश परीक्षा नहीं दे पाता, तो उसे दूसरा मौका मिलेगा। इससे छात्रों का शैक्षणिक वर्ष बचाया जा सकेगा और परीक्षा संबंधी तनाव भी कम होगा। दोनों परीक्षाओं में पूरे शैक्षणिक वर्ष का पाठ्यक्रम शामिल होगा। विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, हिंदी और अंग्रेजी जैसे मुख्य विषयों की परीक्षाएं तय तिथियों पर आयोजित होंगी। क्षेत्रीय और विदेशी भाषाओं की परीक्षा एक ही दिन कराई जाएगी, जबकि अन्य विषयों की परीक्षाएं संयोजन के आधार पर दो से तीन दिनों में ली जाएंगी।
परीक्षा में शामिल होने की शर्तें
सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि सभी छात्रों का पहली परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य है। दूसरी परीक्षा में छात्र अधिकतम तीन विषयों—विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान या भाषा—में सुधार का अवसर पा सकेंगे। लेकिन यदि कोई छात्र पहली परीक्षा में तीन या अधिक विषय छोड़ देता है, तो उसे “आवश्यक पुनरावृत्ति” की श्रेणी में रखा जाएगा और वह अगले साल ही परीक्षा दे पाएगा। खेलों से जुड़े छात्रों, शीतकालीन स्कूलों और विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (सीडब्ल्यूएसएन) के लिए अलग प्रावधान भी किए जाएंगे, ताकि उन्हें किसी तरह की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
परिणाम और प्रक्रिया
पहली परीक्षा का परिणाम अप्रैल 2026 में घोषित किया जाएगा। वहीं, दूसरी परीक्षा का परिणाम जून 2026 में आएगा। कक्षा 11 में अनंतिम प्रवेश के लिए पहली परीक्षा का प्रदर्शन डिजीलॉकर पर उपलब्ध रहेगा। अंतिम योग्यता प्रमाणपत्र और उत्तीर्णता दस्तावेज दूसरी परीक्षा के बाद जारी किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, द्वितीय परिणाम घोषित होने के बाद फोटोकॉपी, सत्यापन और पुनर्मूल्यांकन की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
अन्य बदलावों की संभावना
सीबीएसई ने संकेत दिया है कि भविष्य में छात्रों पर दबाव कम करने के लिए बोर्ड मॉड्यूलर, सेमेस्टर-वार या स्तर-आधारित मूल्यांकन प्रणाली पर भी विचार कर सकता है। साथ ही, स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे छात्रों और अभिभावकों को इस नई नीति के बारे में पूरी जानकारी दें और एलओसी (लिस्ट ऑफ कैंडिडेट्स) के लिए विषय संबंधी डेटा का सटीक प्रस्तुतीकरण सुनिश्चित करें।