बुलंदशहर पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा करते हुए ‘मनी म्यूल’ की भूमिका निभा रहे आरोपी प्रशांत को गिरफ्तार किया है। आरोपी साइबर ठगों के लिए कमीशन के बदले अपने बैंक खाते में ठगी की रकम ट्रांसफर कराता था। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी के खाते में अब तक करीब 45 लाख रुपये की साइबर ठगी की धनराशि जमा हुई है।

एसपी क्राइम नरेश कुमार के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी प्रशांत अगोता थाना क्षेत्र के गांव किसोली का रहने वाला है। वह अपने दोस्त भीम राठी के साथ मिलकर साइबर ठगों के संपर्क में था और चार प्रतिशत कमीशन पर ठगी की रकम अपने खाते में मंगवाता था। इसके बाद यह रकम आगे साइबर ठग गिरोह तक पहुंचा दी जाती थी, ताकि असली अपराधियों की पहचान छिपी रह सके।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी ने अपने आधार कार्ड के विवरण का दुरुपयोग कर एक फर्जी बैंक खाता खुलवाया था। इसी खाते का इस्तेमाल साइबर ठगी की रकम को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता था। इस तरीके से ठग सीधे तौर पर पीड़ितों और मुख्य अपराधियों के बीच कड़ी बनने से बचते थे।

पुलिस के अनुसार, आरोपी के बैंक खाते में अलग-अलग लेनदेन के जरिए लगभग 45 लाख रुपये की राशि जमा हुई है। फिलहाल यह जांच की जा रही है कि इस रकम से कितने पीड़ित जुड़े हैं और आरोपी किन-किन साइबर ठगी के मामलों में शामिल रहा है।
एसपी क्राइम ने बताया कि आरोपी से पूछताछ के आधार पर पूरे साइबर ठगी नेटवर्क की गहन जांच की जा रही है। गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की पहचान की जा रही है और जल्द ही इस मामले में और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।




