बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने बड़ा कदम उठाया है। आयोग ने चुनाव के दौरान धनबल, शराब, नशे और मुफ्त उपहारों (फ्रीबीज) के इस्तेमाल पर सख्त रोक लगाने के निर्देश जारी किए हैं।
सभी प्रवर्तन एजेंसियों को सख्त निर्देश
आयोग ने राज्य और केंद्र की कई प्रवर्तन एजेंसियों को इस अभियान में शामिल किया है। इनमें राज्य पुलिस, आबकारी विभाग, आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय (ED), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB), कस्टम्स, RBI, FIU-IND, रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF), CISF, SSB, और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया जैसी प्रमुख एजेंसियां शामिल हैं। इन सभी को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि कोई भी उम्मीदवार या पार्टी मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए अवैध तरीकों का उपयोग न करे।
व्यय पर्यवेक्षकों की तैनाती और निगरानी तंत्र
चुनाव आयोग ने व्यय पर्यवेक्षकों को पहले ही तैनात कर दिया है। ये अधिकारी अधिसूचना जारी होते ही अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पहुँच चुके हैं और फ्लाइंग स्क्वॉड व सर्विलांस टीमों के साथ समन्वय कर रहे हैं। आयोग ने कहा कि ये टीमें 24 घंटे सक्रिय रहेंगी ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई हो सके।
रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम
आयोग ने इस बार “इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम (ESMS)” को सक्रिय किया है। यह एक ऑनलाइन रिपोर्टिंग सिस्टम है, जिसके जरिए सभी निगरानी टीमें अपने द्वारा की गई जप्ती और कार्रवाई की रियल टाइम रिपोर्ट दर्ज कर सकेंगी। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और अनियमितताओं पर तुरंत नियंत्रण संभव होगा।
अब तक 33.97 करोड़ की जब्ती, आयोग की जनता से अपील
6 अक्टूबर को चुनाव की घोषणा के बाद से अब तक विभिन्न एजेंसियों द्वारा करीब 33.97 करोड़ रुपये मूल्य की नकदी, शराब, ड्रग्स और अन्य फ्रीबीज जब्त की जा चुकी हैं। आयोग ने जनता से अपील की है कि यदि किसी को पैसे या शराब बांटने की सूचना मिले, तो वह तुरंत सी-विजिल ऐप (C-Vigil App) के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकता है।